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मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से स्वस्थ रहे बोर्ड परीक्षा के दिनों में

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मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से स्वस्थ रहे बोर्ड परीक्षा के दिनों में
Disha Bhoomi

Modinagar गृह परीक्षाओं का दौर मार्च लगते ही शुरू हो गया है और बोर्ड परीक्षाएं भी नजदीक हैं। जिससे इन दिनों मानसिक और शारीरिक दोनों तरीके से परीक्षा के दिनों में जरूरत है। नर्सरी से लेकर 12वीं तक अब परीक्षाएं मार्च लगते ही शुरू हो चुकी हैं। उप्र बोर्ड, सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड की गृह परीक्षाओं के बाद बोर्ड परीक्षाये होंगी।
जिससे ऐसे मौसम में अब अभिभावकों को भी सजग रहना चाहिए कि परीक्षाओं के दिनों में किस तरह का भोजन बच्चों को दिया जाए, जिससे उसको भरपूर पोषक तत्व मिले। मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहने की जरूरत है। पढ़ाई के साथ ही हलका मनोरंजन भी करना जरूरी है। अभिभावकों को घर का माहौल पढ़ाई के अनुकूल रखना है। ऐसी कोई बात न करें जिससे छात्र-छात्राओं को मानसिक तनाव हो। शीघ्र ही विद्यालयों में गृह व प्री-बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।
स्वस्थ रहने के लिए जरूरी टिप्स
.फास्ट फूड से इन दिनों दूर रहें।
.परीक्षा के दिनों में छात्र-छात्राएं संतुलित आहार लें।
.पोषक तत्व से भरपूर भोजन हो।
.अभिभावक ध्यान रखें कि बच्चों के खाने-पीने में अधिक अंतराल न हो।
.छात्र.छात्राएं समय से नाश्ता, दोपहर व शाम का भोजन करें।
.भोजन के बाद थोड़ा टहले भी।
.रसदार फल, दूध दही व हरी सब्जी व दालों की भरपूर मात्रा लें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञः- मोदीनगर के वरिष्ठ मानसिक रोग विशेषज्ञ डाॅ0 सचिन शर्मा ने बताया कि मौसम बदल रहा है। दिन और रात के तापमान में करीब दस डिग्री का अंतर है। जिससे इस मौसम में शाम को हलके गर्म कपड़े जरूर पहनें। इस मौसम में उल्टी दस्त और वायरल की शिकायत बढ़ सकती है। जिससे साधारण खाना ही लें। बाहर का खाना खाने से बचें। पोषक तत्व से भरपूर भोजन लें। रात को हलका भोजन के साथ सलाद जरूर लें। नाश्ता, दोपहर और रात का भोजन समय से करें। सचिन शर्मा ने बताया कि घर का माहौल ऐसा हो, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। अगर बच्चा उदास है तो उसकी समस्या को समझने की कोशिश करें। कई बार अभिभावक बच्चे की वास्तविक समस्या नहीं समझ पाते और बच्चा मानसिक तनाव से ग्रस्त रहने लगता है। इसलिए अभिभावकों को संवाद कायम रखना चाहिए। जो भी परिणाम आएगा, वह उन्हें स्वीकार्य है। किसी दूसरे बच्चे से तुलना न करें।

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