मोदीनगर
संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर शुक्रवार को निकाली जा रही तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा पुलिस ने रोक दिया। इससे किसानों में उबाल पैदा हो गया। किसानों और पुलिस में नोकझोंक हुई। यात्रा रोकने के विरोध में किसान दिल्ली-मेरठ मार्ग व भोजपुर थाने के सामने धरना देकर बैठ गए। धरने के कारण मुख्य मार्ग और हापुड़ मार्ग पर जाम लग गया। करीब एक घंटे तक हंगामा प्रदर्शन चलता रहा। यात्रा को देखते हुए पुलिस कई किसान नेता घर पर ही नजरबंद कर दिए थे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शुक्रवार को तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा लेकर जिला मुख्यालय जा रहें थे। भोजपुर की ओर से तहसील अध्यक्ष वेदपाल मुखिया और मोदीनगर की तरफ से नगर अध्यक्ष पवन चौधरी के नेतृत्व में किसान गाजियाबाद के लिए रवाना हुए। यात्रा को देखते हुए पुलिस ने मोदीनगर-हापुड मार्ग पर मोदीपोन पुलिस चौकी पर बैरियर लगा दिए । इसके अलावा दिल्ली-मेरठ मार्ग पर जगह जगह पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।
वहीं भोजपुर में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर बैरियर लगा दिए गए। भोजपुर की तरफ से वेदपाल मुखिया और कुलदीप त्यागी आदि ट्रैक्टर के काफिले के साथ निकले तो पुलिस ने उन्हें बैरियर पर रोक दिया। इसे लेकर किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। किसानों ने एक्सप्रेसवे पर चढ़ने का प्रयास किया ,लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। गुस्साए किसान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए भोजपुर थाने के सामने धरना देकर बैठ गए। उधर दिल्ली-मेरठ मार्ग स्थित राज चौचले पर पुलिस ने पवन चौधरी का काफिला रोक दिया। विरोध में किसान मुख्य मार्ग पर ही धरने पर बैठ गए। धरने के कारण दिल्ली-मेरठ मार्ग पर जाम लग गया। करीब 30 मिनट तक किसान धरने पर बैठे रहे। किसानों की मांग थी कि नजरबंद किए गए भी किसान नेताओं को रिहा जाए और किसानों की मांग पूरी की जाए। एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय भोजपुर पहुंचे और किसानों से वार्ता की। एसीपी से वार्ता के बाद किसानों ने थाने के सामने धरना समाप्त करल जाम खोल दिया।