मेरठ में सहायक विकास अधिकारी-सहकारिता (एडीओ को-आपरेटिव) के इकलौते बेटे वंश प्रताप सिंह (19) ने मंगलवार को पिता की लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर जान दे दी। आवाज सुनकर एडीओ और उनकी पत्नी दौड़कर पहुंची। बेटा खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था। परिजन बेटे को कार में लेकर मेडिकल की इमरजेंसी में पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वंश प्रताप जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा था। बताया गया है कि पढ़ाई को लेकर वह तनाव में था। मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार स्थित रजपुरा ब्लॉक कैंपस में बने सरकारी आवास में एडीओ पवन कुमार राघव परिवार के साथ रहते हैं। वह मूलरूप से बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र के चंद्र कॉलोनी के मूल निवासी हैं।
पवन कुमार सहायक विकास अधिकारी-सहकारिता (एडीओ को-आपरेटिव) परीक्षितगढ़ थे। पांच महीने पहले समिति को लेकर विवाद उन्हें निलंबित किया गया था। उनका बेटा वंश राजस्थान के कोटा से जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा था। लॉकडाउन के चलते वंश माता-पिता के साथ रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था। मंगलवार सुबह करीब दस बजे वंश ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल माथे पर सटाकर खुद को गोली मार ली। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।