- 15 दिसंबर को हुई थी मौत, दो को पुलिस भेज चुकी है जेल, सड़क हादसे में मौत का है केस दर्ज
मोदीनगर दिल्ली-मेरठ मार्ग पर 15 दिसंबर की रात हुई किशोरी की मौत के मामले में हत्या की धाराएं बढ़ाने की मांग को लेकर बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने मोदीनगर थाने का बुधवार को घेराव किया। पुलिस अधिकारियाें के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पदाधिकारियों ने कहा कि किशोरी की हत्या के बाद शव को सड़क पर फेंका गया है। जबकि पुलिस इसे सड़क हादसा दिखा रही है। मामला दो समुदाय से जुड़ा है। आरोपित दूसरे समुदाय से हैं। पुलिस ने महज सड़क हादसे व अपहरण की धाराओं में उनकी गिरफ्तारी की। जबकि किशोरी की हत्या की गई थी। इसलिए मुकदमे में हत्या की धाराएं बढ़ाई जाए। तभी किशोरी को न्याय मिलेगा। एसीपी मोदीनगर ने समझाया लेकिन पदाधिकारी अपनी मांग पर अड़े रहे। करीब एक घंटे तक हंगामा जारी रहा। 15 दिसंबर की रात एक कालोनी से 17 वर्षीय किशोरी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। रात तक भी उसका पता नहीं चला। इस बीच देर रात उन्हें सूचना मिली कि किशोरी का शव अबूपुर गेट के पास मिला है। स्वजन ने छानबीन की तो पता चला कि दो युवक किशोरी को बहला फुसलाकर बाइक पर ले गए थे। स्वजन ने इन्ही युवकों पर हत्या का आरोप लगाया। अपहरण कर हत्या का आरोप लगाते हुए निवाड़ी थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने अपहरण व सड़क हादसे में मौत की रिपोर्ट दर्ज कर ली। दो आरोपित साहिल व अरमान को जेल भी भेजा गया। मामले में हत्या की धाराएं बढ़ाने की मांग को लेकर स्वजन व हिंदू संगठन के पदाधिकारी तहसील पर हंगामा किया। अब बुधवार को पदाधिकारी सुबह 11 बजे मोदीनगर थाने पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर पंकज कंसल, शुभम शर्मा, विनीत कुमार, प्रतीक कुमार, रितिक, विक्रम आदि उपस्थित रहे। एसीपी मोदीनगर का कहना है कि मामले में निष्पक्ष जांच की गई है। दो आरोपित जेल भेजे गए हैं। किशोरी की मौत सड़क हादसे में हुई है। इसी सड़क हादसे में दोनों युवकों को भी चोट आई थी। हत्या जैसा कोई साक्ष्य अभी तक की जांच में सामने नहीं आया है।