Modinagar । तहसील क्षेत्र के अधिकतर बैंकों की सुरक्षा भगवान के अधीन ही चल रही है। गतवर्षाें पूर्व हुई कपड़ा मिल स्थित पीएनबी में हुई लाॅकर्स की चोरी की घटना को लोग अभी तक भूल भी नही पाये है। परंतु लगता है कि बैकं अधिकारियों ने इस घटना के बाद भी कोई सीख नही ली है।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अधिकांश बैंकों में कैमरे खराब होने के अलावा कई बैंक ऐसे हैं, जहां कैमरे लगे हैं, लेकिन चल नहीं रहे। बहुत से ऐसे बैंक है, जिनमें गार्ड तक मौजूद नही है। इसके अलावा कुछ बैंकों में लगे अलार्म भी रुक-रुक कर चल रहे हैं। अग्निशमन यंत्र की तिथि भी खत्म होने की कगार पर है। दो दर्जन से अधिक बैंक शहरी क्षेत्र में हैं। जिसमें एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीयकृत बैंक व एक दर्जन से अधिक नीजी बैंक की शाखाऐं संचालित है। इन में रोजाना करोड़ों रुपयों का लेनदेन होता है। हजारों लोग अपने कार्य के लिए बैंक में आते हैं। अगर सुरक्षा के नजरिए से देखा जाए तो शहर में कई बैंक ऐसे हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है।
अग्निशमन यंत्र और अलार्म ठीक-ठाक मिले
यू तो बैकों में लगे अग्निशमन यंत्रों की एक्सपायरी तिथि नजदीक ही दिखाई दी। इसको लेकर बैंक प्रबंधक ने बताया कि एक्सपायरी से पहले ही यंत्र को बदल दिया जाएगा। अलार्म भी काफी पुराना मिला। देखने में लग रहा था, कि शायद वह बजे।
एटीएम की सुरक्षा पर सवालियां निशान
धीर- धीरे से सर्दी भी अब चरम सीमा पर है ओर कोहरा भी बढ़ने लगा है। जिसके कारण बैंकों के बाहर या मुख्य मार्ग के अलावा लिंग मार्गाें पर लगे एटीएम पर कोहरे के कारण कई बार खतरा मंडराने लगता है। देखने में आया है कि हाइवे व लिंक मार्गाें पर लगे एटीएम पर सुरक्षा ना के बराबर है। जिसके कारण इस संभ्ज्ञावना से इंकार नही किया जा सकती कि सर्दी व कोहरे के प्रकोप का लाभ कभी भी बदमाश उठाते हुए किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है।
क्या बोले बैंक प्रबंधक
बैंक प्रबंधकों ने बताया कि सुरक्षा को लेकर सभी चीजें उपलब्ध है, लेकिन बैंक व एटीम मशीनों पर कई स्थानों पर सुरक्षा का अभाव है इसके लिए प्रधान कार्यालय को सुझाव भेजे गये है। शीघ्र ही सुरक्षा गार्ड तैनात किये जायेगें, वही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बैंकों व एटीएम की सुरक्षा के लिए बैंक अधिकारियों से कहा गया है तथा लिखित में भी पत्र भेजा गया है। कोहरे के कारण सुरक्षा व्यवस्था के लिए रात्री गश्त बढ़ा दी गई है।