मेरठ में एंबुलेंस कर्मियों का चक्का जाम दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में थाने के पीछे पार्क में एंबुलेंस खड़ी कर प्रदर्शन किया। वहीं, मरीजों को काफी परेशानी हुई। पीएल शर्मा जिला अस्पताल में कोई ई-रिक्शा से तो कोई मरीज थ्रीव्हीलर से लाया गया। वहीं, कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी और सीएमओ को निर्देश दिए कि अगर एंबुलेंस कर्मी धरना खत्म नहीं करते तो इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई कराई जाए। इसके बाद मेडिकल कॉलेज से इन्हें हटवा दिया गया। हालांकि कुछ एंबुलेंस कर्मी सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए।
एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) के कर्मचारियों को नई कंपनी द्वारा हटाने के फैसले के विरोध में प्रदेशभर के एंबुलेंस चालक और कर्मचारी लामबंद हैं। 13 एंबुलेंस आपातकालीन सेवा के लिए छोड़ी हैं, बाकी को मेडिकल कॉलेज में थाने के पीछे पार्क में खड़ा कर दिया गया। एंबुलेंस कर्मियों ने पंडाल लगाकर प्रदर्शन किया। 80 में से 67 एंबुलेंस के पहिये रुके हैं। कर्मचारी मांग पूरी न होने तक आंदोलन की जिद पर अड़े हैं।