मोदीनगर। मतदाताओं को दावत खिलाकर या गिफ्ट देकर विधानसभा चुनाव जीतने की मंशा पालने वालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। अधिकारियों के रडार पर मैरिज होम समेत तमाम वह स्थान जहां नकली विवाह समारोह या अन्य समारोह का स्वांग कर मतदाताओं को प्रलोभन दिया जा सकता है।
चुनाव चाहे कोई हो, लेकिन मतदाताओं को दावत में साग पूरी, हलवा, लड्डू्, दूध, जलेबी, इमरती, बालूशाही खिलाई जाती रही है। शराब, बिरयानी तक परोसी जाती रही है। पिछली साल पंचायत चुनावों में ही जमकर शराब और दावतों का दौर चला, जिससे प्रशासन रोकने में नाकाम था। ऐसा करना अब विधानसभा चुनाव में महंगा पड़ेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने वोटरों को प्रलोभन देने वालों पर कार्रवाई का आदेश दिया है। विधानसभा चुनाव अवधि में मैरिज होम व सामुदायिक भवनों का प्रयोग जिला निर्वाचन तंत्र की निगरानी में होगा।
धार्मिक स्थलों के बाहर अन्नदान की आड़ में भोजन मृत्युभोज तथा अन्य भोजन वितरण रडार पर रहेगा। मकसद चुनाव में छद्म खर्च रोकने को नकली विवाह या अन्य समारोह होगा। एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने कहा कि यदि किसी ने वोटरों को दावत खिलाने या अन्य प्रलोभन देने का प्रयास किया, तो कार्रवाई होगी।