दादरी। दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर दादरी आरओबी के नीचे बुधवार सुबह रेलवे लाइन पार कर रहीं देवरानी-जेठानी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गई। दोनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों देवला स्थित निजी कंपनी में ड्यूटी पर जा रही थीं। मूल रूप से इटावा के बहादुरपुर निवासी हरनाम और उसका भाई नरेश परिवार के साथ दादरी के तुलसी विहार कॉलोनी में किराए पर रहते हैं। नरेश की पत्नी मुन्नी देवी और हरनाम की पत्नी सर्वेश देवी गत्ता बनाने वाली कंपनी में नौकरी करती थीं। बुधवार को रोज की तरह ड्यूटी जाने के लिए दोनों घर से पैदल एक साथ निकली थीं। दादरी आरओबी के नीचे से रेलवे लाइन को पैदल पार करते वक्त मुन्नी देवी की साड़ी पटरी में फंस गई।
इसी दौरान दिल्ली की तरफ से सियालदा एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। मुन्नी देवी को निकालने के लिए सर्वेश देवी भी दौड़ पड़ी। इसी दौरान दोनों ट्रेन की चपेट में आ गई। घटना की सूचना पाकर पुलिस पहुंच गई। शिनाख्त के बाद परिजनों को सूचना दी गई। जीआरपी उपनिरीक्षक का कहना है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर दादरी रेलवे ओवर बिज्र (आरओबी) के दोनों ओर दो फुट ओवरब्रिज (एफओबी) हैं। इसके बाद भी लोग एफओबी का कम प्रयोग कर रहा है। अधिकांश लोग रेलवे लाइन को पार करते हैं। बुधवार को दोनों महिलाएं भी वहीं से निकल रही थीं और ट्रेन की चपेट में आकर जान गवां बैठीं। रेलवे लाइन पार करने के दौरान हादसे के कारण आरपीएफ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करती रहती हैं।