चौधरी चरण सिंह विवि और उससे जुड़े कालेजों में सेमेस्टर प्रणाली के अंतर्गत संचालित स्नातक और परास्नातक पारंपरिक, व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में डिग्री पूरी करने के लिए छात्रों को एक मौका दिया गया है। जिन छात्रों ने अपना पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है, वे विशेष परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर परीक्षा फार्म भर सकते हैं। विशेष परीक्षा के फार्म भी 20 सितंबर तक भरे जाएंगे। परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि भी 20 सितंबर निर्धारित है। इसमें विवि ने साफ कर दिया है कि जिन छात्रों ने अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दी है, ऐसे छात्र जिन्होंने सम सेमेस्टर परीक्षा के साथ बैक, भूतपूर्व परीक्षा फार्म भरा था, उनकी परीक्षा नहीं कराई गई तो उन्हें दोबारा से परीक्षा फार्म ऑनलाइन भरना होगा। ऐसे छात्र बगैर परीक्षा शुल्क के फार्म भर सकेंगे। पांच वर्षीय एलएलबी, तीन वर्षीय एलएलबी और एलएलएम अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की विशेष सम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की जाएगी। विधि की परीक्षा पिछली बार की तरह ही ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कराई जाएगी। ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरते समय छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन का विकल्प भरना होगा। कोई भी अभ्यर्थी नेट, स्लेट, एमफिल या पीएचडी की उपाधि लेने के बाद केवल 10 वर्ष के भीतर स्नातक या परास्नातक में श्रेणी सुधार के लिए एक बार परीक्षा दे सकते हैं।
इसके साथ ही विवि ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी अभ्यर्थी एक साथ दो सेमेस्टर के परीक्षा फार्म नहीं भर सकेंगे। सीसीएसयू और उससे जुड़े कालेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि अभी तय नहीं है। कैंपस में इस सत्र से शुरू होने वाले बीए और बीएससी में भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तेज हो गई है। बीए के कई विषयों में सीट के सापेक्ष रजिस्ट्रेशन अभी कम है। कोरोना के चलते मेरठ और आसपास के छात्रों का रुझान सीसीएसयू और उससे जुड़ कालेजों में दिख रहा है। स्नातक परंपरागत कोर्स के अलावा प्रोफेशनल कोर्स में भी प्रवेश के लिए छात्र रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। स्नातक प्रथम वर्ष में मेरिट से इस बार भी प्रवेश होंगे।