कोरोना की नई लहर के बीच सोमवार से देश में स्वास्थ्यकर्मी, अंग्रिम पंक्ति के कर्मचारी और वरिष्ठ नागरिकों को आज से तीसरी खुराक लग रही है. तीसरी खुराक के लिए कोविन पर नए रजिस्ट्रेशन या किसी डॉक्टरी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं.भारत में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच सोमवार से स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोरोना की बूस्टर खुराक शुरू हो गई. तीसरी डोज को एहितयाती डोज भी कहा जा रहा है. तीसरी खुराक ऐसे बुजुर्गों को दी जाएगी जिन्हें गंभीर रूप से बीमारी है. 60 के ऊपर वाले बुजुर्गों और सभी स्वास्थ्यकर्मियों को तीसरी डोज दी जाएगी.
दूसरी और तीसरी खुराक के बीच 39 हफ्ते का अंतर होना होगा. एक बात और अहम है कि जिस वैक्सीन की पहली दो डोज ली गई हैं, तीसरी खुराक भी उसी वैक्सीन की लगेगी. तीसरी खुराक के लिए सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं तीसरी खुराक के लिए कोविन पोर्टल पर नए रजिस्ट्रेशन या किसी डॉक्टर से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. जो योग्य लोग हैं वे सीधे टीकाकरण केंद्र जाकर या ऑनलाइन अपाइंटमेंट ले सकते हैं. तीसरी लहर के खतरे के बीच बूस्टर डोज को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एहतियाती खुराक देने का ऐलान किया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार से देश में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी,
7 करोड़ पहले से बीमार 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना की वैक्सीन की एहतियाती खुराक मिलनी शुरू होगी. देश में अब 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र वालों का टीकाकरण अभियान चल रहा है. रविवार रात 8 बजे तक देश में 151.9 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं. इस बीच रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश में कोविड-19 महामारी के हालात पर समीक्षा बैठक की. मोदी ने देश में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे और आपूर्ति व्यवस्था की चल रही तैयारियों, टीकाकरण अभियान की स्थिति और कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के प्रसार और इसके जन स्वास्थ्य प्रभाव की समीक्षा की. मोदी ने कहा कि राज्यों के हालात, तैयारियों और जन स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई जाएगी.