मोदीनगर
केदार घाटी में बादल फटने के बाद आई आपदा में फंसे लोग वापस पहुंचना शुरू हो गए हैं। भोजपुर ब्लॉक के शकरपुर गांव से केदार घाटी गए 10 युवक सकुशल वापस पहुंच गए। ग्रुप की सुरक्षित वापसी से गांव में खुशी का माहौल है। गांव वालों ने युवकों का जोरदार स्वागत किया। माताओं ने आंखों में खुशी के आंसूओ के साथ आरती उतारी। युवकों ने कहा सेना उनके लिए भगवान बनकर पहुंची थी। सेना की बदौलत ही हम लोगों की जान बच पाई, नहीं तो हालात बहुत खराब थे।
भोजपुर गांव निवासी अंकुश कुमार ,अनुज ,सूरज कुमार, राघव,सचिन कुमार ,अनुज ,जतिन ,विष्णु ,नितेश कुमार व अभिषेक कुमार अलग-अलग बाइकों से उत्तराखंड के केदारधाम आदि धार्मिक स्थानों के दर्शनों के लिए गए थे। अंकुश कुमार ने बताया कि 31 जुलाई को वह केदारधाम पहुंचे और टेंट किराए पर लेकर वहीं रूक गए। तभी रात में केदारघाटी में बादल फट गया और भूस्खलन हो गया। स्थानीय प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि केदारनाथ धाम के मार्ग बंद हो गए। प्रशासन ने एनाउंस कराया कि जो जहां है वो वहीं रहे। तीन दिन तक वह वहीं फंसे रहे। सेना ने उन्हें खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। बताया कि सेना के जवान उनके लिए भगवान बनकर आए और रेस्क्यू कर उन्हे वहां से सुरक्षित निकाला। रविवार को गांव पहुंचने पर परिजनों ने उनका आरती उतारकर स्वागत किया।