मोदीनगर : शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान से मुलाकात की। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के उस निर्णय को लेकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें सेवारत प्राथमिक शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। शिक्षकों ने सांसद को बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा एक बार ली जाती है, जिसे नियुक्ति के समय चयन के लिए बनाया गया है न कि सेवारत शिक्षकों की पात्रता को जांचने के लिए। जो शिक्षक शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 से पूर्व नियुक्त है, उनकी नियुक्ति के समय की योग्यता सेवा नियमावली के अनुरूप है। जिस पर अब टीईटी की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। इसलिए इस अनिवार्यता को खत्म किया जाए। इस माैके पर डा. अनुज त्यागी, रविंद्र राणा, मनोज त्यागी, पुष्पेंद्र सिंह, अमित यादव, लक्ष्मण राठी, अजय कुमार, प्रमोद सिरोही, अरविंद शर्मा, यादवेंद्र शर्मा, अरुण त्यागी आदि उपस्थित रहे।

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