मोदीनगर। भोजपुर स्थित डीएमआई के अंडरपास के पास हापुड़-मोदीनगर मार्ग पर रविवार शाम पुलिस की विशेष टीम ने म्यांमार से तस्करी कर लाई गई सागौन की लकड़ी से भरा ट्रक पड़का। तस्करी की लकड़ी को स्क्रैप में नीचे छिपा कर रखा गया था। तस्करी लकड़ी मणिपुर के इम्फाल से हरियाणा के तावडू ले जाई जा रही थी। पुलिस ने तस्करी की लकड़ी समेत ट्रक को कब्जे में लेकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने फर्जी ई-वे बिल भी बरामद किए हैं। तस्करी कर लाई गई लकड़ी की कीमत एक करोड़ रुपये बताई गई है। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बाताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पहचान शहजाद निवासी झिंझाना जनपद शामली और शोएब छपरौली जनपद बागपत पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लकड़ी और ट्रक लिया कब्जे में बताया। शहजाद ट्रक चालक है, जबकि शोएब क्लीनर है।
एसीपी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के पहचान शहजाद निवासी झिंझाना जनपद शामली और शोएब छपरौली जनपद बागपत बताया शहजाद ट्रक चालक है, जबकि शोएब क्लीनर है। एसीपी के अनुसार रविवार शाम पुलिस की विशेष टीम भोजपुर क्षेत्र में हापुड़ मोदीनगर मार्ग स्थित दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के अंडरपास के नीचे चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि एक ट्रक में म्यांमार से तस्करी करके लाई जा रही सागौन की लकड़ी भरी हुई।पुलिस ने संदिग्ध ट्रक चेक किया तो स्क्रैप भरा मिला। पुलिस टीम ने शक होने पर स्क्रैप हटाया तो स्क्रैप के नीचे सागौन की लकड़ी रखी मिली। ट्रक चालक शहजाद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लकड़ी का जो ई-वे बिल दिखाया था वो फर्जी है।शहजाद ने बताया यह लकड़ी हरियाणा के तावडू निवासी तैय्यब व साकिर ने मंगाई थी। यह लकड़ी म्यांमार से नेपाल के रास्ते भारत आई थी। अब लकड़ी को हरियाणा ले जाया जा रहा था।सागौन की लकड़ी चंदन की लकड़ी की तरह ही मंहगी होती है। मात्र 14 टन सागौन की लकड़ी की कीमत ही एक करोड़ रुपये है। एसीपी ने बताया कि निरीक्षक अनिल राजपूत की तहरीर पर भोजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।