मेरठ के दंपती की डीएनए जांच के लिए भेजा गया सैंपल
-लगातार खाक छान रही पुलिस, नहीं मिल रहा कोई सुराग

मोदीनगर निवाड़ी में गंगनहर के निकट छह वर्षीय बच्चे की हत्या कर शव को ट्राली बैग में रखकर फेंकने के मामले में आठ दिन बाद भी निवाड़ी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस की छह टीमें आसपास के छह जिले मेरठ, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत, अमरोहा व बुलंदशहर तक खाक छान चुकी है। लेकिन कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। मेरठ पुलिस ने लिसाड़ी गेट के जुनैद के रूप में शिनाख्त का दावा किया था। लेकिन बाद में स्वजन ने पहचानने से इनकार कर दिया। देहात एसओजी व सर्विलांस टीम भी घटना पर काम कर रही हैं। लेकिन आरोपितों की गिरफ्तारी तो दूर बच्चे की शिनाख्त तक पुलिस नहीं कर सकी है। पुलिस ट्राली बैग की दुकान के अलावा हड्डी रोग चिकित्सकों के यहां भी जा चुकी हैं। जिस समय वह बैंग फेंका गया। उस समय उसके आसपास एक्टिव मोबाइल नंबरों की भी पुलिस ने कुंडली खंगाली। लेकिन कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है। 17 दिसंबर को निवाड़ी थाना क्षेत्र में गंगनहर के किनारे सौंदा चाैकी के निकट एक बैग मिला था, जिसपर कुत्ते मंडरा रहे थे। सूचना पर पुलिस पहुंची और बैग खाेला तो छह बच्चे का शव मिला। बच्चे के बाये हाथ पर प्लास्टर लगा था। उल्टी से उसके कपड़े व चेहरा सना था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुंह दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। कुकर्म की आशंका के चलते सैंपल जांच के लिए भेजा गया।

मेरठ के दंपती का लिया गया डीएनए सैंपल

-मेरठ पुलिस द्वारा लिसाड़ी गेट के तारापुरी में जिन दंपति द्वारा बच्चे की शिनाख्त जुनैद के रूप में करने का दावा किया। उनका निवाड़ी पुलिस डीएनए टेस्ट करा रही है। बुधवार को जांच के लिए उनका डीएनए सैंपल लिया गया। हालांकि, स्वजन ने बाद में बच्चे को पहचानने से मना कर दिया था। जुनैद दो साल पहले खेलते समय लापता हो गया था। उसी समय लिसाड़ी गेट थाने में केस दर्ज कराया गया था। वहीं, बच्चे के शरीर पर कोई बर्थ मार्क आदि नहीं है, जिससे स्वजन उसकी पुष्टि कर सके। यदि बच्चे व दंपति की डीएनए रिपोर्ट मैच होती है तो पुष्टि होगा कि शव जुनैद का ही है। चूंकि, लिसाड़ी गेट थाने में गुमशुदगी पहले से ही दर्ज है। एेसे में मेरठ पुलिस ही घटना पर काम करेगी।

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