नोएडा में पुलिस आयुक्त कार्यालय में कार्यरत सिपाही पर सरकारी मकान आवंटित कराने के नाम पर सहकर्मियों से लाखों रुपये ठगने का आरोप लगा है। आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीआईजी ने पुलिस कमिश्नरेट के उच्च अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपी है। इस मामले में पीड़ित पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
पुलिस उपायुक्त /डीआईजी (मुख्यालय) नितिन तिवारी ने बताया कि करीब छह महीने पहले उनके पास यातायात पुलिस के एक सिपाही ने शिकायत की थी। शिकायत में सिपाही ने बताया था कि पुलिस आयुक्त कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारी के ऑफिस में तैनात सिपाही ने उससे पुलिस लाइन और अन्य जगहों पर स्थित क्वार्टर आवंटित कराने के नाम पर लाखों रुपये लिए थे। इस तरह उसने करीब बीस से ज्यादा पुलिसकर्मियों से लाखों रुपये वसूले हैं।
आरोप है कि सिपाही ने पैसे लेने के बाद भी काफी दिनों तक सरकारी आवास आवंटित नहीं कराया। जब उससे बातचीत की जाती तो वह टालमटोल करता है। इसके बाद संबंधित सिपाही के खिलाफ शिकायत की गई थी। डीआईजी ने बताया कि सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई थी। अभी सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है। इस मामले में सोमवार को अन्य पीड़ित पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए गए हैं। आरोप है कि सिपाही ने सभी पुलिसकर्मियों से अलग-अलग रकम वसूल की।