साहिबाबाद। तीन करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माने लगने के बाद भी हवा में जहर कम नहीं हो रहा है। वायु प्रदूषण से राहत मिलती नजर नहीं आ रही। एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है। कूड़ा जलाने की घटनाएं हो रही हैं। सड़कों पर उड़ती धूल लोगों की सांसों के लिए संकट पैदा कर रही है। बुधवार को शहर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 356 से पांच प्वाइंट बढ़कर 361 रिकॉर्ड किया गया। रात में प्रदूषण का प्रभाव काफी ज्यादा होने से यह आंकड़ा 364 पहुंच गया था।
बुधवार को पीएम 10 मानक से साढ़े तीन गुना ज्यादा और पीएम 2.5 मानक से तीन गुना ज्यादा पाए गए। ऐसे में अस्थमा के लोगों के लिए घर से बाहर निकलना ठीक नहीं है। राहत की बात है कि शहर का एक्यूआई लेवल फरीदाबाद, दिल्ली और ग्रेटर नोएडा से कम है। शहर के तीन स्टेशनों को देखें तो लोनी का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के स्तर को पार कर चुका है। जबकि संजय नगर और वसुंधरा में प्रदूषण खराब श्रेणी में है।
दमकल विभाग की तीन टीम कर रही छिड़काव
चीफ फायर ऑफिसर सुनील सिंह का कहना है डीएम गाजियाबाद राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। यह तीन टीमें फायर टेंडरों के साथ इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा और संजय नगर में सेंट्रल वर्ज व ग्रीन बेल्ट में पानी का छिड़काव करेंगे। बुधवार को टीम ने इंदिरापुरम के मंगल बाजार चौक, स्वर्णजयंती पार्क, नीति खंड, न्याय खंड, अहिंसा खंड और सीआईएसएफ रोड, वसुंधरा के विभिन्न सेक्टर के अलावा वैशाली व संजय नगर में भी मुख्य-इंटरनल रूटों पर पानी का छिड़काव किया। टीमें रोजाना सुबह व शाम के समय सड़क पर उतरकर पानी छिड़काव करेंगी।
खुले में निर्माण सामग्री रखने पर 1.25 लाख का जुर्माना लगाया
खोड़ा नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी केके मिश्रा ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वालों पर अब शिकंजा कसा जा रहा है। टीम ने औचक निरीक्षण में खोड़ा में कई स्थानों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की। टीम ने खुले में निर्माण सामग्री रखने व निर्माण करने पर 50 हजार रुपये, जबकि अवैध निर्माण की शिकायत पर तीन भवन स्वामियों पर 75 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। निरीक्षक संजीव अवाना ने लोगों को दोबारा प्रदूषण फैलाने पर बड़ा जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है।
डॉक्टर की सलाह
डॉ. राहुल गुप्ता का कहना है कि प्रदूषण से सांस की नली और पेट पर ज्यादा असर पड़ता है। गला खराब होने का भी ज्यादा खतरा रहता है। बचाव के लिए लोग घर से बाहर जाते समय डबल मास्क लगाएं और गर्म पानी का सेवन करें। इसके अलावा दाल का पानी, नारियल का पानी भी ले सकते हैं। ब्रीथिंग एक्साइज के लिए अनुलोम-विलोम व प्राणायाम, कपालभांति करें। पूजा पाठ में अगरबत्ती, धूपबत्ती जलाने से बचें, इनके धुएं से सांस लेने में तकलीफ बढ़ेगी जिससे स्वास्थ्य हानिकारक हो सकता है। निर्माण साइट और पेंट से धूल व कणों से दूर रहने के लिए दो मास्क लगाएं। गर्म सूप के साथ रात में स्टीम जरूर लें। धूम्रपान करने से बचें, बुजुर्ग लोग घर में रहने के दौरान एक्सरसाइज करें। स्कीन इंफेक्शन होने का ज्यादा खतरा रहता है तो पूरी बाजू के कपड़े पहनकर निकलें। कमरों में धूल मिट्टी न उड़ने दे, झाड़ू लगाते समय गंदगी कूड़े को सही तरह से साफ करें।