मोदीनगर। तमाम अटकलों के बाद आखिर भोजपुर ब्लॉक प्रमुखी चुनाव में पार्टी जिलाध्यक्ष गुट को निराशा हाथ लगी और विधायक गुट की दावेदार सुचेता सिंह को प्रमुखी का टिकट मिल जाने से तस्वीर बुद्ववार को साफ हो गई। इसके बाद से जिलाध्यक्ष के खेमे में निराशा देखी गई, वही कई बड़ें स्थानीय नेताओं ने जंहा पार्टी हाईकमान के निर्णय को सर्वोंपरि तो बताया, लेकिन उनके चेहरे भी लटके देखे गयें।
बताते चले कि भोजपुर ब्लॉक प्रमुखी दावेदारों में विनोद वैशाली की पत्नी सुधा व आशीष चौधरी की पत्नी सुचेता सिंह का नाम शुरू से ही टिकट की दावेदारों में था। विनोद वैशाली शुरू से ही कड़ी मेहनत कर रहे थे ओर उन्होंने बीडीसी का समर्थन भी जुटाया हुआ था, साथ ही कई स्थानीय नेतृत्व सहित जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल, पूर्व प्रमुख कृष्णवीर सिंह, प्रशांत चौधरी आदि विनोद को समर्थन कर रहे थे, वही विधायक डाॅ0 मंजू शिवाच का एक गुट सुचेता सिंह के पक्ष में उतरा था। सुचेता सिंह के पति आशीष चौधरी वर्षों से क्षेत्र में प्रमुखी के लिए प्रयासरत थे, ओर उनकी पत्नी सुचेता सिंह ने गांव तिबड़ा की प्रधान रहते हुए अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य ग्राम पंचायतों में भी रिकाॅर्ड विकास कार्य करायें। जिसका लाभ उन्हें मिला है। ग्राम पंचायत चुनाव के बाद से ही स्वयं सुचेता सिंह व उनके पति आशीष चौधरी बीडीसी के लगातार संपर्क में बने रहे ओर उन्हें विश्वास में लेने का काम किया।
मंगलवार से ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में सुधा व सुचेता सिंह के टिकट को लेकर मंथन किए जाने की खबर आ रही थी। बुधवार की दोपहर तक तस्वीर साफ हो गई ओर शीर्ष नेतृत्व की ओर सुचेता सिंह के नाम पर सहमति बनते ही सूचना मिलने पर सुचेता सिंह के समर्थकों सहित विधायक गुट के लोगों में खुशी की लहर दौड गई। सुचेता सिंह ने बताया कि वह गुरूवार को विधिवत् पूजा अर्चना के बाद शांति पूर्ण तरीके से कोविड़-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए नामांकन करेंगी।
विनोद वैशाली की पत्नी सुधा के समर्थकों को जैसे ही यह सूचना मिली कि सुचेता सिंह का टिकट फाइनल हो गया है यह सुनते ही उनके समर्थकों में निराशा फैल गई। हालांकि चर्चा है कि टिकट का फाइनल होने पर तुरंत ही विनोद वैशाली व उनके समर्थकों ने जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल से संपर्क कर अपनी व्यथा व्यक्त की। चर्चा है कि विनोद वैशाली को दिनेश सिंघल की ओर से किसी तरह का कोई आश्वासन मिला ओर थोड़ी देर बाद ही वह वंहा से वापस लौट गयें।
प्रमुखी के निर्दलय प्रत्याशी के रूप में वार्ड संख्या 38 गांव बेगमाबाद बुदाना से बीडीसी सदस्य मीना ने भी बुधवार को निर्दलय प्रत्याशी में नामांकन करने के लिए ब्लॉक से अपना निर्वाचन पत्र प्राप्त किया है। मीना ने बताया कि वह अपने एक प्रस्तावक व एक अनुमोदक के साथ गुरूवार नामांकन करेंगी। मीना कहती है कि उन्हें बीडीसी सदस्यों का पूर्ण बहुमत प्राप्त है। जिला पंचायत चुनाव की तरह भोजपुर ब्लॉक प्रमुखी के चुनाव में भी भाजपा नेता निर्विरोध जीत दिलाने की कोशिश में है। हालांकि प्रमुखी के चुनाव में इस सीट पर निर्दलय प्रत्याशी मीना को भी मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद आठ जुलाई की सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नामांकन होगा। दोपहर तीन बजे के बाद नामांकन पत्रों की जांच की होगी। नौ जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी होगी। इसके बाद जो प्रत्याशी बचेंगे दस जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। इसी दिन दोपहर तीन बजे से मतगणना के बाद परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
ब्लॉक भोजपुर में कुल 102 बीडीसी सदस्य हैं, जिन्हें ब्लाक प्रमुख के चुनाव में हिस्सा लेना है। ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव के लिए ब्लॉको पर सहायक रिटर्निंग अफसरों तैनात रहें।
ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवार प्रचार में दो लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। इससे अधिक खर्च करने पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही अनारक्षित पद के लिए पांच हजार रुपये जमानत राशि होगी, जबकि आरक्षित पद के उम्मीदवार ढाई हजार रुपये जमानत राशि जमा करेंगे। नामांकन शुल्क अनारक्षित पद पर पांच सौ रुपये है तो आरक्षित पद पर ढाई सौ रुपये निर्धारित किया गया है।