Modinagar । पुलिस ने पीड़ित का ही शांतिभंग की धाराओं में चालान कर दिया। जबकि, पीड़ित को आरोपितों ने बेरहमी से पीटा ओर सिर पर वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पीड़ित ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी। लेकिन, पुलिस ने आरोपितों से सांठगांठ कर मुकदमा दर्ज करने की जिम्मेदारी नहीं समझी। उल्टा पुलिस ने पीड़ित का ही शांतिभंग में चालान कर उसके परिवार के लोगों को मुचलके में पाबंद कर दिया। भोजपुर थानान्तर्गत गांव भदौला निवासी उमेश कुमार मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। करीब तीन दिन पहले वह अपने घर पर थे। आरोप है कि इस बीच पड़ोस में रहने वाले कुछ दबंग उनके घर में घुस आए। गाली-गलौज करते हुए आरोपितों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं, बीच-बचाव कराने आई उनकी बेटी स्वाती को आरोपितों ने पीटा। जब उमेश आरोपितों का विरोध करने लगे तो एक आरोपित ने धारदार हथियार से उनके सिर पर हमला कर दिया।  सूचना पर पहुंची पुलिस आरोपितों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। उमेश के अनुसार, उनकी बेटी की तरफ से आरोपितों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई थी। लेकिन, पुलिस ने उल्टा उमेश का ही शांतिभंग में चालान कर दिया। जबकि, उमेश के सिर में चोट हैं। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की है।

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