Modinagar भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व में मिलावट का जहर घोलने के लिए धंधेबाज सक्रिय हो गए हैं। एक तरफ जहां त्योहार पर भाइयों की कलाई राखी से सजेगी, वहीं मिलावटी मिठाई, घेवर आदि भी खूब बिकेगी। शहर से लेकर देहात तक घेवर की फैक्ट्रियां व अस्थाई दुकानें खुल गई हैं। प्रशासन के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने छापेमारी तो शुरू की है,
पारस हाॅस्पिट्ल के चिकित्सक डाॅ0राजीव त्यागी ने बताया कि त्योहार पर मिलावटी व बासी घेवर की बिक्री हर साल होती है, जिसे खाने के बाद पेट में दर्द, मरोड़, चक्कर आना, उल्टी आदि परेशानी लेकर मरीज अस्पताल पहुंचते हैं। इसलिए रक्षाबंधन पर घेवर या मिठाई की खरीद सावधानी से करें। रक्षाबंधन पर त्योहार पर सड़कों के किनारे दुकानें लग जाती हैं।
डीएम के दिशा-निर्देशन में शहर व देहात में अलग-अलग टीमें गठित कर दी गई हैं। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में हर टीम में कम से कम एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी को रखा गया है। टीमें छापेमारी कर रही हैं। मिलावटी मिठाई का बिक्री नहीं होने दी जाएगी। सभी मिठाई निर्माता व दुकानदारों से अपील है कि गुणवत्ता व शुद्धता का ध्यान रखें।
कड़ी कार्रवाही का प्राविधान
शासन के नियमों के मुताबिक असुरक्षित पाए गए सैंपलों को अधिक गंभीर श्रेणी और मानव जीवन की सुरक्षा के लिहाज से खतरानाक माना जाता है। ऐसे में इन मामलों में मुकदमा दर्ज होता है। इन मामलों में छह माह से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है। वहीं, अन्य मामलों में जुर्माना तय होता है। इसके बाद भी मिलावटखोरी बंद नहीं होती।