जिसे बोर्ड ने मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित कर छात्र-छात्राओं का इंतजार खत्म कर दिया। दयावती मोदी पब्लिक स्कूल की छात्रा वंशिका ने शत प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल का ही नही बल्कि क्षेत्र में नाम रोशन किया है।
सीबीएसई ने 10 वीं का रिजल्ट मंगलवार दोपहर 12 बजे घोषित किया। उसकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोगों ने उसे बधाई देते हुये भविष्य में सफलता के आयाम यूं ही पूरा किये जाने को बधाई दी। इसके अलावा दयावती पब्लिक स्कूल के छात्र सौर्यामान त्यागी ने भी 99 प्रतिशत, अन्या गोयल ने 98 प्रतिशत शिवांशी शर्मा 98 प्रतिशत व सीजल ने 98 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने माता पिता व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। स्कूल प्रधानाचार्य सहित स्टाॅफ ने सभी उत्तीर्ण छात्र छात्राओं को बधाई दी है। टीआरएम पब्लिक स्कूल के तनु भटनागर ने 98.2 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम स्थान तन्वी सिंहल ने 96.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय व प्रीति शर्मा ने 95.4 प्रतिशत अंक लेकर स्कूल में तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय में अधिकतर विद्यार्थियों ने 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये व विद्यालय का परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहा। सभी विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को प्रबंधक विनोद कुमार माहेश्वरी, गौरव माहेश्वरी, राधिका माहेश्वरी, प्रधानाचार्या रजनी ओहरी व समस्त विद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ दी गई ओर कहा कि छात्रों की ये उपलब्धियाँ सभी छात्रों, शिक्षक वर्ग के कठिन परिश्रम व अभिभावकों के अत्यंत सहयोग का ही परिणाम है। शहर के अग्रिम शिक्षण संस्थानों में छाया पब्लिक स्कूल के छात्रों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए दसवीं कक्षा में 100 प्रतिशत रिजल्ट के साथ 90 से अधिक अंक लाने वालों गाजियाबाद जनपद के स्कूलों की श्रेणी में श्रेष्ठा हासिल की है। लड़कियों के मुकाबले लड़के श्रेष्ठता सूची में सर्वोच्च स्थान पर रहे। विद्यालय के प्रबंधक अखिलेश द्विवेदी ने बच्चों को बधाई दी है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की स्कूल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ0 अरुण त्यागी ने कहा की कोविड के खौफ में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित रही, लेकिन उन्होंने इसका दबाव ने मानते हुए बेहतर प्रदर्शन करते हुए अच्छे अंक प्राप्त कर अपने माता पिता व विद्यालय का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि के लिए छात्र छात्राओं को स्कूल शिक्ष़्ाक व शिक्षिकाओं ने बधाई दी, वही कुछ छात्र- छात्राओं ने जंहा डाक्टर बनने तो कुछ ने इंजीनियर, आईपीएस व आईएएस बनने की बात कही है, तो कुछ में देश सेवा का जज्बा देखा गया गया।