समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर शब्दों के बाण चलाए। कहा कि भाजपा ने लोगों को लाइन में लगाया है। खाद के लिए, बीमारी आई तो ऑक्सीजन और दवाई के लिए, नोटबंदी में पैसों के लिए लाइन लगाई। इस बार लोगों ने तय किया है कि लाइन में लगकर भाजपा को हटाने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि अब पश्चिम में किसानों ने अपना दरवाजा भाजपा के लिए बंद कर लिया है। सिटकनी भी लगा दी है। किसानों को उनका हक मिले, एमएसपी पर घोषणा हो। यह सरकार किसानों का हक नहीं देना चाहती। सपा-रालोद की सरकार किसानों को हक दिलाने का काम करेगी। किसानों को जीप से कुचल दिया गया, कहीं ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिलेगा। उनका मान छीना है। महंगाई बढ़ गई है, आमदनी नहीं है। दवाई नहीं है। कमाई आधी हो गई है। डीजल महंगा, खाद महंगी, दवाई महंगी और कमाई आधी है। ऐसे में किसान और उत्तर प्रदेश के लोग कैसे खुशहाल होंगे। नौजवानों के लिए नौकरी नहीं, उन्हें लाठी मिलती है। नौकरी की कोई उम्मीद नहीं बची है। जहां नौकरी मिलनी थी, वो सरकारी संस्थाएं बेची जा रही हैं। जब सब बिक जाएगा तो रोजगार और नौकरी कहां मिलेगी। इस ठोकी राज में लोगों को अपनानित किया जा रहा है। बुलडोजर वाले अपने बुल को नहीं संभाल पा रहे हैं। खेत बर्बाद हो रहे हैं।
अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए तंज कसा कि चिलमजीवी लोग यूपी का विकास नहीं कर सकते हैं। रैली में लाल, हरा, सफेद और पीला रंग दिख रहा है। हम रंगों का गुलदस्ता बनाते हैं और एकरंगी सरकार कभी किसी के जीवन मे खुशहाली नहीं ला सकती। ये सरकार जाने वाली है और परिवर्तन होकर रहेगा। भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी। डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश जनता को धोखा दिया है। सरकार फेल है। कभी-कभी तो इंजन दोनों से टकरा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हवाई जहाज बेच दिए, एयरपोर्ट बेच दिए, रेलवे स्टेशन बेच दिया। पानी का जहाज बेचा, बंदरगाह भी बेच दिया। ट्रेन बेची और रेलवे स्टेशन भी बेच दिए। हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज पर बैठाने की बात करने वाले बताएं, हवाई चप्पल वाले कितनों ने हवाई सफर किया। पेट्रोल-डीजल इतने महंगे हैं कि अब मोटरसाइकिल चलना भारी हो गया है।
