मोदीनगर। चुनाव के दौरान भले ही विकास, सुरक्षा व्यवस्था व राष्ट्रवाद की बात होती हो, लेकिन मतदान के दिन अंतिम समय में जातीय गणित के सामने यह मुद्दे बौने दिखाई दिए। हर क्षेत्र में जाति व धर्म के हिसाब से मतदाताओं का माहौल बदलता गया। बूथ बदलते ही प्रत्याशी व पार्टी के हिसाब से समीकरण भी बदल रहे थे। हालांकि, मतदाताओं की चुप्पी जरूर दावेदारों की धड़कने बढ़ा रही है। प्रस्तुत है मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र के बूथ स्तर से समय के साथ दैनिक करंट क्राइम की ग्राउंड रिपोर्ट…
8.30 बजे, हरमुखपुरी बूथ
मोदीनगर विधानसभा के हरमुखपुरी बूथ पर सुबह कोहरे के आगोश के बीच भी भीड़ को देखते हुए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था, लेकिन अधिकांश मतदाताओं के मन में यहां न विकास की बात थी और न ही राष्ट्रवाद की। जिस वर्ग का मतदाता था, वह उसी प्रत्याशी की बात कर रहा था। मतदान का रुख भी इसी तरह बंटा हुआ दिखाई दिया।
9.45 बजे, छाया पब्लिक स्कूल बूथ
छाया पब्लिक स्कूल के बूथ पर भी हरमुखपुरी बूथ जैसे ही हाल था। यहां ओबीसी व एसी मतदाताओं का रुख अपने-अपने वर्ग के प्रत्याशी की तरफ जाता दिख रहा था। वहीं, सवर्ण समाज का वोट बंटा हुआ था। इनमें कुछ लोग जहां पार्टी के चलते परिवर्तन के लिए वोट कर रहे थे। वहीं, कुछ लोग पुराने प्रतिनिधि की तरफ ही जाति दिख रहे थे।
10.00 बजे, दयावती मोदी स्कूल बूथ
दयावती मोदी स्कूल बूथ पर सभी समाज व धर्म के मतदाता हैं। अगर मतदान की बात करें तो यहां पर सभी प्रत्याशियों के खाते खुलते दिख रहे थे, लेकिन मुख्य मुकाबले में दो ही प्रत्याशी थे। इनमें कुछ एससी समाज के लोग जहां एक प्रत्याशी के लिए अधिक वोट कर रहे थे। वहीं, सवर्ण समाज का वोट भी एक तरफ जाता दिख रहा था। पिछड़े वर्ग के लोगों का यहां वोट बंटता दिख रहा था।
11.28 बजे, मोदी इंटर काॅलिज बूथ
मोदी साइंस एण्ड काॅमर्स इंटर काॅलिज पर बनायें गये बूथ परएक ही प्रत्याशी का पलड़ा भारी दिख रहा था। हालांकि, एससी समाज से अधिक वोट पाने वाले प्रत्याशी भी यहां मुस्लिम मतदाताओं में घुसपैठ कर रहे थे। करीब पांच से आठ फीसद वोट यहां से सरकारी योजनाओं से लाभांवित मतदाताओं का पुराने जनप्रतितिनिध प्रत्याशी के खाते में जाता दिख रहा था।
1.00 बजे, गिन्नी पीजी काॅलिज बूथ
यंहा अलग-अलग बूथ बनाए गए थे, लेकिन मतदाताओं का रुख यहां भी जाति व धर्म में बंटा हुआ था। सवर्ण समाज के मतदाता जहां पुराने प्रतिनिधि की तरफ ही जाते दिख रहे थे। वहीं, एससी वर्ग के अधिकांश मतदाता एक ही पार्टी की तरफ दिखे। कुछ एससी मतदाता पुराने प्रतिनिधि को भी पसंद करते दिख रहे थे। वहीं, वैश्य व अन्य समाज का मतदाता अपने प्रत्याशी की तरफ जाता दिख रहा था। इसके अलावा मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी इस बूथ पर अधिक थी। जो गठबंधन की तरफ ही जाता दिखाई दिया।
2.30 बजे, गांव कलछीना में बनायें गये बूथ
विधानसभा क्षेत्र के गांव कलछीना में मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में हालात गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में दिखाई दिए ओर यंहा मतदाताओं को रूझान देखते ही बनता था। बूथ पर क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या अधिक है। ऐसे में यहां पर एक पार्टी के प्रत्याशी का पलड़ा भारी था। ज्यादातर वोट एक तरफ ही जाते दिख रहे थे। हालांकि, अन्य पार्टी के एं प्रत्याशी को भी यहां मामूली वोट मिलते दिख रहे थे।
3.30 बजे, गांव मछरीं बूथ
गंाव मछरी की ग्राम पंचायत में एक वर्ग के अधिक मतदाता हैं। ऐसे में यहां पर पार्टी के हिसाब से एक ही प्रत्याशी का पलड़ा ही भारी दिख रहा है। हालांकि, कुछ यानि (मामूली ही) महिला मौजूदा सरकार की लाभकारी योजनाओं से प्रभावित होकर दूसरी ओर जाते दिख रहे थे। ऐसे में स्पष्ट है कि यहां पर एक ही प्रत्याशी के पक्ष में वोट पडें़।
5.00 बजे, भोजपुर प्राथमिक विधालय बूथ
भोजपुर प्राथमिक विधालय बूथ पर सभी प्रमुख प्रत्याशियों के खाते में कुछ न कुछ जाता दिख रहा था, हालांकि एक प्रमुख प्रत्याशी के लिए यह गढ़ माना जाता है। ऐसे में पलड़ा भी इसी प्रत्याशी का भारी है।
5.30 बजे, फरीदनगर बूथ
फरीदनगर बूथ पर अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग के मतदाता जाता हैं। ऐसे में यहां पर पलड़ा भी विधानसभा के दो प्रत्याशियों का ही भारी है। एससी वर्ग के मतदाता जहां अपनी पार्टी के साथ जाते दिख रहे हैं, वहीं पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाता दूसरे प्रत्याशी को पसंद कर रहे थे। तो यंहा से तीसरे प्रत्याशी कांग्रेस ने भी वोट प्राप्त की है।
6.00 बजे, निवाड़ी बूथ
विधानसभा क्षेत्र के कस्बा निवाड़ी बूथों पर सामान्य वर्ग के मतदाता अधिक हैं। ऐसे में यहां पर प्रमुख राजनैतिक पार्टी के प्रत्याशी का पलड़ा भारी दिख रहा हैँ। हालांकि, मुकाबले में दूसरा प्रत्याशी भी कमजोर नहीं हैं। अनुसूचित जाति के मतदाता दूसरी तरफ जाते दिख रहे हैं।

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