राम सिंह और उनका बेटा मनोज एक साल से रीना का दुपट्टा लेकर उसकी तलाश कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी बेटी का कोई पता नहीं चल पाया है। मुकदमे को एक साल पूरा होने के बाद भी पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र तक दाखिल नहीं किया है। टीपीनगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर पीड़ित परिवार हैरान है, मंगलवार को परिवार के लोगों ने वेदव्यासपुरी चौकी पर जमकर हंगामा किया। चेतावनी दी कि यदि उनकी बेटी नहीं मिली तो टीपीनगर थाने में पहुंचकर आत्मदाह करेंगे। इंस्पेक्टर और सीओ ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को समझाकर वापस लौटाया। परतापुर कताई मिल निवासी राम सिंह की बेटी रीना की शादी 28 फरवरी 2019 को पूठा निवासी मोहित पुत्र गोपाल के साथ हुई थी। रीना के भाई मनोज बताते हैं कि ससुराल में दहेज की मांग को लेकर रीना का उत्पीड़न होने लगा था।
उसके बाद ससुराल के लोगों के साथ पंचायत हुई, जिसमें 16 अगस्त 2020 को रीना अपनी बेटी के साथ ससुराल चली गई। 17 अगस्त को मायका पक्ष रीना से मिलने ससुराल गया, ससुराल वालों ने बताया कि नवजात बेटी को घर पर छोड़कर रीना लापता हो गई। परिवार के लोगों ने रीना की तलाश की। जानी नहर के पुराने पुल के पास रीना का दुपट्टा मिला था। उसी दुपट्टे को लेकर परिवार के लोग रीना की तलाश कर रहे हैं। परिवार के लोगों ने पति मोहित, ससुर गोपाल, परिवार के मोनू, कपिल और अंकित के खिलाफ टीपीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कपिल को भीड़ ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। एक साल पूरा होने के बाद भी विवेचक अभी तक मुकदमे की विवेचना पूरी नहीं कर पाए हैं। मंगलवार को परिवार के लोगों ने वेदव्यास पुलिस चौकी पर हंगामा कर दिया। उनकी मांग रीना की बरामदगी और परिवार के लोगों पर उचित धाराओं में कार्रवाई की थी। उसके बाद भी दोबारा से रीना की तलाश के लिए पुलिस टीम लगा दी गई है। रीना के मिलने के बाद पुलिस मुकदमे में कार्रवाई करते हुए चार्जशीट या एफआर लगाएगी।