Modinagar कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने कहा कि हनुमान जी भगवान शिव के अंश है, इसलिए हनुमान जी जिस पर कृपा करते है, वही श्री राम की भक्ति प्राप्त कर सकता है।
सरस्वती शिक्षा मंदिर की सहायतार्थ हनुमत कथा के शुभारंभ पर प्रवचन करते हुए उक्त वचन कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने कहे। इससे पूर्व संकीर्तन करते हुए हनुमत पताका कलश यात्रा निकाली गयी। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें जीवन में भावना को बढ़ाना चाहिए। मनुष्य के जीवन में भावना जगने से मानवता जगती है और भावना समाप्त होने से मानव दानव बन जाता है। हनुमान जी के जीवन के तप के कारण उनकी कथा अमृत कथा हो गयी और भगवान श्री राम स्वयं हनुमान जी की कथा को सुनते हैं। मानस में भगवान शंकर ने पार्वती जी से कहा कि जो सेवा घरों में पंचदेवों का पूजन करने के साथ-साथ जीवन में पंचतत्वों प्रथ्वी, आकाश, जल, अग्नि व वायु को शुद्ध रखने का प्रयास करना चाहिए तभी हम सच्चे रूप में पंचदेवों की पूजा करेंगे । विक्रम सिंह, नरेंद्र प्रधान छिजारसी, स्वागत अध्यक्ष सरस्वती देवी धर्मपत्नी स्व0 मुंशी रामशरण रावत, गिरीश रावत, सिपट्टर सिंह, मनमोहन सिंह, मुनेश आचार्य, ओमपाल परतापुर आदि मौजूद रहे। हरिओम शर्मा ने मंच संचालन किया।