उत्तर प्रदेश के एटा जिले के रहने वाले इंजीनियर रजनीकांत की खुशी के साथ दोस्ती की शुरुआत तीन साल पहले एक मिस कॉल से हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच धीरे-धीरे प्यार परवाना चढ़ा और लव मैरिज कर ली, लेकिन उनकी दोस्ती का अंजाम हत्या तक पहुंच गया।
रजनीकांत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि तीन साल पहले उसके मोबाइल पर एक मिस कॉल आई थी। उसने उस नंबर पर बैक कॉल की तो खुशी नाम की लड़की से उसकी दोस्ती हो गई। खुशी हापुड़ की रहने वाली बताती थी। वह जागरण मंडली में भजन गाती थी, लेकिन दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई तो दोस्ती प्यार में बदल गई। इतना ही नहीं बात शादी तक पहुंच गई और करीब 10 महीने पहले रजनीकांत और खुशी ने ग्रेनो के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली।
दोनों के प्यार के बीच हरियाणा का रहने वाला युवक बल्लू दरार बन गया। रजनीकांत ने खुद एक दिन बल्लू को पत्नी खुशी के साथ देख लिया। इसके बाद से उसने पत्नी को ठिकाने लगाने की योजना बना ली।
हत्यारोपी रजनीकांत ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। आरोपी ने पत्नी के साथ उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी मार डाला। इसके चलते पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दोहरे हत्याकांड के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
एटा का रहने वाला हत्यारोपी रजनीकांत अच्छे खासे परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता विद्यानंद दीक्षित यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद से रिटायर है, जबकि भाई यूपी पुलिस में बतौर सिपाही कार्यरत है। वह खुद इंजीनियर है, लेकिन उसने खुशी से लव मैरिज करने के बात आज तक परिजनों को नहीं बताई थी, लेकिन पत्नी की हत्या करने के बाद उसे परिवार की याद आई और अपने पिता को फोन कर घटना के बारे में बताया।
उसने बताया कि पत्नी की हत्या करने के बाद वह दो दिन तक भूखा प्यासा इधर-उधर भटकता रहा, लेकिन उसे पत्नी से इतना प्यार था कि वह दो रात उसकी लाश के पास सोया। उसे कोई भय नहीं लगा। उसे पत्नी की हत्या का पछतावा है।