गाजियाबाद। पुराने शहर से विजयनगर क्षेत्र को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे धोबीघाट आरओबी पर अगले साल फरवरी तक वाहन दौड़ने लगेंगे। रेलवे लाइन के ऊपर का आरओबी का आधा हिस्सा लांच कर दिया गया है, जबकि बाकी आधे हिस्से को बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। सांसद व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बुधवार को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंच निर्माणाधीन आरओबी का निरीक्षण किया। उन्होंने रेलवे अधिकारियों और आरओबी को बना रही कंस्ट्रक्शन फर्म के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग भी की। 15 से 17 जुलाई के बीच रेलवे की ओर से मिले ब्लॉक के दौरान आरओबी को बना रही फर्म बीएम कंस्ट्रक्शन की ओर से यहां 650 टन वजनी स्टिंग बो गर्डर (धनुषाकार पुल) लांच किया था। 28 रेलवे लाइनों के ऊपर बनाए जा रहे इस आरओबी में अभी दूसरे हिस्से की लांचिंग का काम बाकी है। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट के निरीक्षण के दौरान कहा कि चलती हुई रेलवे लाइनों के ऊपर भारी-भरकम गर्डर लांच करना बड़ी चुनौती थी, लेकिन निर्माण एजेंसी और रेलवे अधिकारियों ने मिलकर इस चुनौतीपूर्ण काम को सफलता के साथ कर लिया है।

उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसी बीएम कंस्ट्रक्शन के एमडी के कोरोना संक्रमण से निधन की वजह से निर्माण कार्य में बाधा आई थी, लेकिन उनके बेटे सूर्यांश शर्मा के बतौर एमडी काम संभाल लेने के बाद अब फिर से निर्माण तेजी से शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि करीब 85 फीसदी काम पूरा हो गया है, लेकिन अभी भी कई काम बाकी हैं। उन्होंने कहा कि अभी पुल को चालू करने के लिए कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन फरवरी 2022 तक इसे चालू कर दिया जाएगा। धोबीघाट आरओबी की नींव 2016 में रखी गई थी और इसके बनने के बाद लाइनपार क्षेत्र की करीब 6 लाख की आबादी को पुराने शहर में आने-जाने के लिए जाम से नहीं जूझना पड़ेगा। कंस्ट्रक्शन फर्म के एमडी सूर्यांश शर्मा ने कहा कि धोबीघाट आरओबी को समय से पूरा करने के प्रयास रहेंगे। पुल के दूसरी हिस्से के लिए स्टिंग बो गर्डर बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस दौरान भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय शर्मा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल, आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एनबी वशिष्ठ, आरपीएफ प्रभारी पीकेजीए नायडू, जीआरपी प्रभारी अमीराम सिंह मौजूद रहे।

 

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