गाजियाबाद। लोनी में जलभराव, गंदगी और टूटी सड़कों से निजात मिल सकेगी। 14वें और 15वें वित्त आयोग से नगर पालिका क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 33.80 करोड़ रुपये के प्रस्तावों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें जल निकासी के लिए नाले का निर्माण, सफाई के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, स्थानीय निवासियों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से लेकर नाली और इंटरलॉकिंग टाइल्स की सड़कों का निर्माण कार्य शामिल है। इनमें से कुछ कार्य छह महीने की अवधि में पूरे होंगे तो कुछ कार्य एक महीने में ही पूरे हो सकेंगे। बृहस्पतिवार को डीएम राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में विकास कार्यों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
नगर पालिका की चेयरमैन रंजीता धामा, अधिशासी अभियंता शालिनी गुप्ता की तरफ से एक-एक करके प्रस्तावों की जानकारी दी गई। इसमें सबसे ज्यादा प्रस्ताव जल निकासी, सड़क व नालियों के निर्माण से जुड़े हैं। प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान करते हुए डीएम ने कहा कि स्थानीय स्तर पर अधिशासी अभियंता सुनिश्चित कराएं कि कार्य गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित समय पर पूरा हो। इसके लिए एडीएम प्रशासन और एसडीएम लोनी का भी दायित्व निर्धारित किया गया है। दोनों ही अधिकारी नियमित अंतराल पर विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे और उनकी गुणवत्ता की जांच कराएंगे। पालिका क्षेत्र में जल निकासी सबसे बड़ी समस्या है। बारिश के पानी की निकासी का कोई ठोस इंतजाम न होने के कारण सड़कों पर जलभराव होता है। लोनी से निकलने वाला बागपत-सहारनपुर मार्ग भी बारिश होने पर जलमग्न रहता है। इसके साथ ही क्षेत्र की अन्य कॉलोनियों में भी जलभराव की बड़ी समस्या है।