मोदीनगर। कोतवाली थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में दहेज में ब्रेजा कार और आठ लाख रूपये की मांग पूरी नहीं होने पर आरोपियों ने विवाहिता को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। पुलिस ने पति सहित चार के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक कालोनी में महिला की 2022 का निकाह हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर ससुराल के लोग उन्हें प्रताड़ित करने लगे। दहेज में कार या आठ लाख रुपये लाने के लिए दबाव बनाने लगे। विवाहिता सब सहती रही, जिससे परिवार ना बिगड़े। इस बीच विवाहिता गभर्वती हो गई। उन्हें उम्मीद थी कि अब ससुराल के लोगों का उत्पीड़न कम होगा। लेकिन विवाहिता ने बेटी को जन्म दिया, इसके बाद ससुरालियों का उत्पीड़न और बढ़ गया। आए दिन उन्हें ताने दिये जाने लगे। आरोप है कि देवर ही नजर विवाहिता पर गलत थी। वह आए दिन उनके साथ छेड़खानी करता था। कई बार दुष्कर्म की कोशिश भी की गई। इसकी शिकायत जब विवाहिता ने पति से की तो उसने उल्टा विवाहिता को ही गलत ठहराया। दहेज का दबाव उनपर लगातार बनाया गया। अब कुछ दिन पहले दहेज के लिए फिर से विवाद हुआ। इसपर पति ने विवाहिता को तलाक तलाक तलाक कहकर घर से निकाल दिया। तभी से विवाहिता बुरी तरह परेशान हैं। उन्होंने थाने में शिकायत की। जिसपर पुलिस ने केस दर्ज किया। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पति समीर, ससुर खेदू नदाफ, सास सुमन व देवर सौरभ पर मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा, दहेज प्रतिषेध अधिनियम समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जिसकी भूमिका सामने आएगी, उसकी गिरफ्तारी होगी।
