• पुलिस ने धाराओं में किया खेल, 24 घंटे बाद भी मामूली धाराओं में केस दर्ज

मोदीनगर भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर में सोमवार रात मामूली कहासुनी को लेकर पड़ोसी आरोपितों ने दो भाइयों पर जानलेवा हमला कर दिया। तमंचे से उनपर फायर किया। गनीमत रही कि उन्हें गोली नहीं लगी। विरोध पर आरोपितों ने दोनों भाइयों को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा। उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। भोजपुर पुलिस ने मामला 24 घंटे तक दबाए रखा। इसके बाद मारपीट की साधारण धाराओं में केस दर्ज कर कार्य की इतिश्री कर ली।
भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर के हर्षित व रितिक भाई हैं। दोनों सोमवार रात को घर के बाहर खड़े थे। इस बीच वहां पड़ोसी आरोपित आए और गाली-गलौज करने लगे। पहले तो दोनों भाईयों ने अनसुना किया। लेकिन आरोपित शांत नहीं हुए तो रितिक ने विरोध किया। आरोप है कि इससे आरोपित भड़क गए और मारपीट शुरू कर दी। आरोपितों ने रितिक व हर्षित पर लात-घूसों व धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार किये। इसके बाद एक आरोपित घर से तमंचा लगाया और उनपर फायर कर दिया। गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी। गोली की आवाज सुनकर वहां अफरातफरी मच गई। आरोपितों की पिटाई से दोनों भाई बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने उन्हें मोदीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से दोनों को हायर सेंटर रेफर किया गया। उसी समय पीड़ित परिवार ने थाने में शिकायत दी थी। लेकिन पुलिस ने मामले को दबाए रखा। मंगलवार रात मारपीट की मामूली धाराओं में चार आरोपितों पर केस दर्ज किया गया।

भोजपुर पुलिस पर तहरीर बदलवाने का आरोप

  • पीड़ित ने जो तहरीर पुलिस को दी थी, उसमें फायरिंग की बात लिखी थी। आरोप है कि भोजपुर थाना पुलिस ने तहरीर लेने से मना कर दिया। तहरीर को बदलवाया गया। इसमें फायरिंग की बात हटवाई गई। जिसके बाद उस तहरीर पर केस दर्ज हुआ। पीड़ित का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने बिना तहरीर बदले मुकदमा दर्ज करने से इनकार कर दिया था।

दारोगा उठा रहा कोतवाल का सीयूजी

  • भोजपुर थाने में हाल ही में प्रशिक्षु डिप्टी एसपी को थाना प्रभारी का चार्ज मिला है। लेकिन वे सीयूजी नंबर दारोगा के हाथ में थमा देते हैं। कुछ मामले ऐसे सामने आए हैं, जिसमें थाना प्रभारी की जगह दारोगा ने सीयूजी नंबर उठाया। यह हाल जब है कि प्रदेश सरकार के निर्देश है कि अधिकारी स्वयं सीयूजी नंबर उठाए। ध्यान रहे कि दो साल पहले ही मोदीनगर थाने में सीयूजी नंबर नहीं उठाने पर कोतवाल को लाइनहाजिर किया गया था।

मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश में पुलिस जुटी है। फायरिंग के बिंदु पर जांच चल रही है। यदि साक्ष्य मिलते हैं तो धाराएं बढ़ाई जाएगी। किसी के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा।-ज्ञान प्रकाश राय, एसीपी मोदीनगर।

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