कोरोना महामारी के बीच डेंगू और फ्लू के मामले भी बढ़ने लगे हैं। इन तीनों बीमारियों के लक्षण आपस में कुछ हद तक मिलते-जुलते हैं। ऐसे में लोग बुखार होने पर खुद को कोरोना संक्रमित मानकर घबरा जाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार सिर्फ कोरोना का नहीं, ये डेंगू या फ्लू का भी लक्षण हो सकता है। संभव है कि ये सामान्य बुखार हो। जानते हैं विशेषज्ञों से कि कोरोना, डेंगू और फ्लू के अंतर को कैसे समझें। मनीष

डेंगू वायरस
डेंगू का संक्रमण चार तरह के वायरस से होता है। एक व्यक्ति अपने जीवन में कई बार इसकी चपेट में आ सकता है। डेंगू संक्रमित मच्छर एडीज एजिप्टाई के काटने से होता है।
लक्षण: बुखार, आंखों में दर्द, मांसपेशी, जोड़ों और हड्डियों में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी की शिकायत, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ सकते हैं। इसमें प्लेटलेट्स की संख्या घटने से मरीज की स्थिति बिगड़ती है।
कब तक तकलीफ: डेंगू के कारण सात दिन तक तकलीफ रह सकती है। कमजोरी के कारण रोगी बेड रेस्ट पर रहता है।

कोरोना वायरस
ये सांस की बीमारी है जो पहले से बीमार लोगों के लिए अधिक घातक है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने-छींकने से वायरस के फैलने का खतरा अधिक है।
लक्षण: बुखार रहना, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, थकान, मांसपेशी और शरीर में दर्द, सिर में दर्द, सूंघने या स्वाद लेने की क्षमता खत्म होना, गले में खराश, जी घबराना, उल्टी होना या डायरिया की तकलीफ।
कब तक : लक्षण चार से पांच दिन बाद और 14 दिन या इससे अधिक दिन तक तकलीफ रह सकती है।

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