Modinagar गठबंधन की राजनीति का अंत करने वाले योगी आदित्यनाथ ने जो इबारत लिखी थी। इस पर उत्तर प्रदेश की जनता ने अपनी मुहर लगाकर प्रदेश में व्याप्त धर्म और जाति की राजनीति के युग का अंत कर दिया। पिछडी जातियो के नाम वोट बैक की राजनीति करने वाले कथिक मसीहा हों या फिर धार्मिक तुष्टिकरण के सहारे अवसरवादी गठबंधन बनाने वाले युवा नेता। हर किसी को प्रदेश के चुनावी नतीजों ने आईना दिखाने का काम किया है। प्रदेश की जनता भी केन्द्र की सरकार की तर्ज पर त्वरित फैसलों के साथ विकास चाहती है। लेकिन जैसा कि हमेशा होता है जब किसी पार्टी या नाम पर जनता अपना भरोसा जताती है तो उसकी आशाएं भी बढ जाती है। आज जनता भाजपा के पुनः जनादेश पर फूली नही समा रही हो। लेकिन अब भाजपा सरकार से पुनः जनता की आशाऐं भी पहले से अधिक बढ गई है। चुनाव के परिणामों से उत्साहित जनता में अलग-2 वर्ग के लोगो के साथ बात करने पर जो परिदृष्य सामने आया है वो अपने आप में बहुआयामी है।
युवाओं को मिले रोजगार के अधिक अवसर
अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं में हालंही में भाजपा सरकार के कार्यकाल में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर कुख्यात हो चुके प्रदेश के लिए एक बडी चुनौती प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए काम देने की होगी। क्योकि समाजशास्त्र का सीधा सा नियम है कि बेरोजगारी अपराध की वाहक होती है। ऐसे में प्रदेश के बेरोजगारों की फौज को रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योकि बाबजूद इसके की भाजपा को पुनः जनादेश हासिल हुआ है, लेकिन युवाओं में रोजगार को लेकर भाजपा के प्रति खासी नाराजगी भी देखी जा रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर गौरव कुमार का कहना है कि लाखों युवा महीनो की तैयारी करने के बाद परीक्षा देने के जाते है तो उन्हें पता चलता है कि परीक्षा का पेपर पहले ही आउट हो चुका है इसके चलते उनका उत्साह टूट जाता है। आशा है कि प्रदेश की सरकार भर्ती परीक्षाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार पर पहले से कही अधिक लगामा लगाने का काम करेंगी और स्वच्छ भर्ती प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगी।
ठप्प पड़े औद्योगिकरण को मिले गति 80-90 के दशक में ओद्यौेगिक नगरों में शुमार रह चुके मोदीनगर के लोगों को उद्योगों के बंद के होने बाद होने वाली बेरोजगारी के दंश को जितनी शिद्दत के साथ यहां के लोगों ने झेला है उसकी कडवी यादें आज भी लोगों के जहन में जिंदा हैं और सिर्फ मोदीनगर ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में ही आज ओद्योगिक विकास चिंताजनक हालत में है। जिसने प्रदेश में गरीबी और बेरोजगारी को पैदा किया है। प्रदेश की अधिसंख्य जनता पुनः भाजपा सरकार से बडे पैमाने पर औद्योगिक विकास चाहती है, ताकि प्रदेश के नौजवानों को काम के लिए दूसरे राज्यो में ना जाना पडें। ऐसें में देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश की जनता ने जिन योगी आदित्यनाथ के नाम पर पुनः अपना भरोसा दिखाया है। इस बार वह कितना इस पर पूरे खरे उतरते है।

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