Modinagar
शिवरात्रि पर जलाभिषेक करने का अब कुछ समय ही शेष बचा है। इसी के चलते जहां सामान्य कावड़िए शिवालय के नजदीक पहुंच चुके हैं। वहीं डाक कांवड़ियों की दौड़ भी तेज हो गई है। रविवार की रात से ही डाक कांवड़ियों की आवक हाईवे पर शुरू हो गई थी, लेकिन सोमवार को दिन निकलते निकलते इनकी संख्या में और इजाफा हो गया। इसी के चलते नौकरी पेशा और अन्य जरूरी कार्यों से जिन लोगों की बाहर निकलने की मजबूरी थी, उनकी भी संख्या सड़क पर न के बराबर दिखाई दी।
ट्रैफिक वनवे होने के बाद वैसे ही हाईवे पर निकलने के लिए कम जगह बची है। इसी रोड पर एक तरफ हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने जाने वालों की कतारें लगी हैं। वहीं दूसरी तरफ आने वाले काफी संख्या में हैं। ऐसी स्थिति में हादसे की आशंका भी बनी हुई है। डीसीएमए कैंटर पर रखे साउंड सिस्टम से तेज आवाज में भोले के भजन की गूंज चारों तरफ हो रही है। ऐसी स्थिति में पुलिस को व्यवस्था बनाने में भी दिक्कत आ रही है। मंदिर की प्रबंध समिति डाक कांवड़ियों के लिए तत्काल जलाभिषेक को लेकर अलग से प्रबंध करती है। एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने बताया कि मंगलवार दोपहर तक कांवड़ियों की संख्या हाईवे पाइपलाइन मार्ग, ग्रामीण पटरी मार्ग पर कम होने की उम्मीद है। अब बड़े मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है। वहां पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
एक निर्धारित समय के भीतर लाई जाती है डाक कावंड़
दिल्ली एनसीआर से बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार गंगोत्रीए गोमुख, ऋषिकेश डाक कांवड़ लेने जाते हैं। लंबे समय से डाक कांवड़ ला रहे मोदीनगर की हरमुखपुरी कॉलोनी निवासी शिवभक्त संदीप चौहान, सुनील ठाकुर, सोनू भंड़ारी, चुन्नू, आकाश शर्मा, मुन्ना मिश्रा आदि बताते हैं कि अधिकांश शिवभक्त समय सीमा निर्धारित कर डाक कांवड़ लाते हैं। महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक का सही मुहूर्त देखते हुए शिवभक्त अपने घरों से रवाना होते हैं। कम से कम 15 से 20 की संख्या में श्रद्धालुओं का जत्था डाक कांवड़ लेने जाता हैं। एक शिवभक्त गंगाजल लेकर दौड़ते हुए करीब 500 मीटर की दूरी एक बार में तय करता है। आगे बाइक पर दूसरा शिवभक्त गंगाजल लेकर दौड़ने वाले शिवभक्त से बोतल लेकर आगे की तरफ दौड़ लगाता है। यह क्रम शिवालय पहुंचने तक चलता रहता है।
सोमवार की सुबह ही जलाभिषेक करने को लगी कतारें
सावन माह के दूसरे सोमवार को बड़े शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की सुबह से ही कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। सबसे ज्यादा भीड़ हरमुखाुपरी स्थित राम मंदिर बेगामाबद स्थित सनातन धर्म मंदिर छतरी वाले शिव मंदिर व चौरासी घंटेश्वर मंदिर में देखने को मिली। श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर मंगल कामना की। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उधर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सावन के दूसरे सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना की। कई कांवड़ियों ने भी व्रत रखा। जिनके खाने पीने के लिए शिविरों में अलग से व्यवस्था की गई थी।