Home AROND US उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संस्कृत भाषा बौद्धिकसत्र का ऑनलाइन आयोजन हुआ

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संस्कृत भाषा बौद्धिकसत्र का ऑनलाइन आयोजन हुआ

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उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संस्कृत भाषा बौद्धिकसत्र का ऑनलाइन आयोजन हुआ
Disha Bhoomi

Modinagar उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संचालित ऑनलाइन सरल संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा के अन्तर्गत दिनांक 18 जुलाई 2022 को बौद्धिकसत्र का ऑनलाइन आयोजन हुआ । मुख्यवक्ता संस्कृतभारती मेरठ प्रान्त के प्रान्तमन्त्री विनायक हेगड़े ने आधुनिक जीवन में भारतीय संस्कृति के महत्त्व और संस्कृतभाषा की उपयोगिता बताते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय को संस्कृत भाषा को कैरियर के लिए ही नहीं अपितु कैरेक्टर के लिए भी सीखना चाहिए। यह भारतीयत्व का मूल है । कैरियर की दौड़ में हम कैरेक्टर के निर्माण पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पा रहे हैं। इसके दुष्परिणाम हम सभी वर्तमान में अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने संस्कृत भाषा की विशिष्ट सात विशेषताओं को भी प्रतिपादित किया ।और कहा कि हमें सरल संस्कृत संभाषण द्वारा संस्कृत व्याकरण में प्रवेश, संस्कृत व्याकरण द्वारा संस्कृत ग्रंथों में प्रवेश, संस्कृत ग्रंथों को पढ़कर भारतीय संस्कृति और ज्ञान-विज्ञान परंपरा को जानकर उसे अभ्यास तथा व्यवहार में लाकर उसी परंपरा का निर्वहन करना चाहिए । इसके लिए हम सभी को जागरुकता पूर्वक संस्कृत संभाषण करना चाहिए ।
मानव हित में यदि कोई भाषा है तो वह है संस्कृत , ऐसे विचारों को अपने जीवन में अंगीकृत करने वाले उप्र संस्कृतसंस्थान के अध्यक्ष डॉ. वाचस्पति मिश्र महोदय के सानिध्य में इन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है । अध्यक्ष जी के नेतृत्व में उत्तरप्रदेशसंस्कृतसंस्थान व संस्कृत भाषा प्रगति मार्ग पर निरन्तर अग्रसर है । संस्थान के निदेशक आईपीएस पवन कुमार और योजना समन्वयक धीरज मैठाणी की भी गरिमामयी उपस्थिति रही ।
कार्यक्रम के प्रास्ताविक में प्रशिक्षक मनीष मिश्र ने संस्थान की आगामी योजनाओं के विषय में सारगर्भित रूप से बताया । संचालन छात्र प्रदीप कुमार द्वारा , वैदिकमंगलाचरण छात्र पुष्पराजझा द्वारा , संस्कृतगीत की एकल प्रस्तुति छात्र तरुण उपाध्याय द्वारा तथा समस्त अतिथियों का वाचिक स्वागत एवं परिचय प्रशिक्षक सचिन शर्मा द्वारा कराकर कार्यक्रम का आरम्भ हुआ । रामकुमार शर्मा , अंकुश सिन्हा , कौशल तिवारी
आदि कुछ छात्रों ने अपना अनुभव व्यक्त किया। प्रवीण द्वारा हास्यकणिका , प्रशिक्षक शशिकान्त जी ने सभी पदाधिकारियों प्रशिक्षकों व छात्रों का धन्यवादज्ञापन किया । कक्षा के लिए निःशुल्क पञ्जीकरण लिंक https://sanskritsambhashan.com पर अपना पंजीकरण अवश्य करें ।

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