दिल्ली में देश की सबसे बड़ी किडनी डायलिसिस सुविधा रविवार से शुरू हो गई है। दिल्ली सिख प्रबंधन कमेटी (डीएसजीएमसी) ने रविवार को काले खां स्थित बाला साहिब अस्पताल के विधिवत उद्धाटन किया। डीएसजीएमसी ने सभी मरीजों को सुविधा मुफ्त में देने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में प्रतिदिन 500 मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा।

डीएसजीएमसी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक, अस्पताल की सभी सुविधाएं तकनीकी तौर पर उन्नत हैं, जो सभी को मुफ्त प्रदान की जाएंगी। इसके लिए अस्पताल में बिल जमा कराने के लिए कैश काउंटर नहीं बनाया गया है।

डीएसजीएमसी की तरफ से वर्ष 2000 में बाला साहिब अस्पताल को बनाने का काम शुरू किया गया था, लेकिन विवादों के चलते अब तक अस्पताल बन नहीं सका था। रविवार को डायलिसिस सुविधा की शुरुआत के साथ ही अस्पताल की औपचारिक शुरुआत हो गई।

अस्पताल का उद्घाटन बाबा बचन सिंह ने किया। इस दौरान पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह, डीएसजीएमसी अध्यक्ष सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा, तख्त पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त, डीएसजीएमसी महासचिव सरदार हरमीत सिंह कालका, किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई अन्य मौजूद रहे।

बाला साहिब अस्पताल में एक समय में 101 मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा। वहीं अस्पताल में प्रतिदिन 500 मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा। डीएसजीएमसी से मिली जानकारी के अनुसार, अभी अस्पताल को 101 बिस्तरों के साथ शुरू किया गया है। जल्द ही क्षमता 1000 बिस्तर किया जाएगा। प्रतिदिन डायलिसिस सुविधा का लाभ लेने वाले लोगों की संख्या भी बढे़गी।

डीएसजीएमसी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा व महासचिव कालका ने कहा कि डायलिसिस सुविधा का लाभ समाज के प्रत्येक वर्ग का मरीज उठा सकेगा। यह सुविधा सभी के लिए मुफ्त होगी। डीएसजीएमसी यह अस्पताल बड़े कारपोरेट घरानों के कॉरपोरेट सोशल रिसपॉन्सिबिलटी (सीएसआर), ऐसे प्रोजेक्ट के लिए योगदान देने वाले सज्जनों के योगदान और सरकारी योजनाओं के लाभ से चलाएगी। उन्होंने कहा कि देश के नामचीन डॉक्टर जो पहले ही डायलिसिस के क्षेत्र में हैं इस किडनी डायलिसिस अस्पताल का प्रबंध संभालेंगे।

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