दिल्ली पुलिस टूलकिट मामले (Toolkit Case) में वकील निकिता जैकब और इंजीनियर शांतनु मुलुक के साथ मिलकर किसान आंदोलन के समर्थन में ट्विटर पर कैम्पेन चलाने के लिए कथित तौर पर टूलकिट का ड्राफ्ट तैयार करने वाली ब्रिटेन की एक महिला की भूमिका की जांच करेगी।

पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग द्वारा शेयर किए गए किसानों के आंदोलन का समर्थन करने वाले ‘टूलकिट गूगल दस्तावेज की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु की कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया है, जबकि मुंबई की वकील जैकब और पुणे के इंजीनियर शांतनु मुलुक को अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी है।

पुलिस ने दावा किया कि ‘एक्टिंकशन रेबेलियन (एक्सआर) (Extinction Rebellion (XR) के ब्रिटेन अध्याय की सदस्य इस महिला ने एक और दो फरवरी को जैकब और मुलुक के साथ चार-पांच फरवरी के लिए योजना बनाई और यह ड्राफ्ट तैयार किया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि ब्रिटेन की महिला ने उनका साथ दिया। उसने एक पैकेज बनाया और हाइपरलिंक के माध्यम से दस्तावेज में जोड़ा। टूलकिट गलती से संपादित करते समय ही अपलोड हो गया था। उसने लिखा था कि पुलिस प्रदर्शनकारियों पर हमला कर रही है। कई घायल और कई लापता हो रहे हैं। साथ ही उसने कई व्यक्तियों को पहले से ही मृत होने की बात लिख दी। यह लोगों को गुमराह करने के उद्देश्य से बनाया गया था।

अधिकारी ने दावा किया कि उनकी वॉट्सऐप चैट की जांच करते समय एक और नाम थिलाका (Thilaka) सामने आया जो एक्सआर की ही सदस्य है। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि थिलाका ने दस्तावेज तैयार करने में भी उनकी मदद की और जैकब और दिशा रवि के संपर्क में थी। हालांकि, पुलिस ने थिलाका के बारे में कोई जानकारी नहीं दी और कहा कि अभी जांच चल रही है।

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