Modinagar – संस्कृतभारती द्वारा आज गिन्नी देवी मोदी संस्कृत विद्यापीठ मैं संस्कृत सप्ताह का समापन कार्यक्रम किया। विद्यालय सभी ने इस कार्यक्रम में सहभागिता ली विद्यार्थी द्वारा संस्कृत गीत, श्लोक, नाटक, कथा, एवं संस्कृति में वस्तुएं परिचय कराया गया कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में गिन्नी देवी मोदी संस्कृत विद्यापीठ के प्रधानाचार्य आचार्य श्री शंभू नाथ झा जी ने कहा , भवति भारत संस्कृति रंक्षण, प्रतिदिनं हि क्षमा सुरभाषया। सकल वाञ्जननी भुवि साधुता , चार वेद है 18 पुराण है रामायण उपनिषद भी एवं गीता है ये केवल संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं।भारत की प्रतिष्ठा में संस्कृत भाषा का ज्ञान महत्वपूर्ण है हमेशा संस्कृत में बातचीत करें। मुख्य अतिथि श्री सतीश शर्मा जी ने कहा संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जनानी के रूप में प्रतिष्ठित है यह वैज्ञानिक वे सामाजिक दोनों प्रकार से सिद्ध है संस्कृत भाषा में से ही आदि कवि वाल्मीकि जी है इस भाषा का सप्ताह मनाने का औचित्य सिर्फ तभी है जब हम इस भाषा से विचार अंग श्रद्धा आदि को हृदयंम करें अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं। कार्यक्रम कि रुपरेखा जिलासंपर्कप्रमुख उदय चन्द्र झा जी के द्वारा किया गया उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कृत के प्रति प्रोत्साहन किया और सभी को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए शांति मंत्र किया और सभी को संस्कृतसप्ताह कि शुभकामनाएं दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य श्री शंभू नाथ झा, श्री सतीश शर्मा,उदय चन्द्र झा, अनुराग मिश्रा, अभिषेक ,प्रित, आनंद, आर्यन शर्मा आदि सभी का सहयोग रहा।