Ghaziabad : लालकुआं चौकी क्षेत्र के मंगल बाजार में आजमगढ़ निवासी मशीन ऑपरेटर संदीप मिश्रा ने अपने सहकर्मी प्रमोद लोधी (37) निवासी कासगंज की रविवार देर शाम गर्दन काटकर हत्या कर दी। फोन न मिलने पर प्रमोद की पत्नी मीरा सोमवार को कासगंज से गाजियाबाद पहुंची तो वारदात का पता चला। पुलिस ने आरोपी के कमरे से प्रमोद का गर्दन कटा शव बरामद कर लिया। सिर करीब 500 मीटर दूर कूड़े के ढेर में मिला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि थाना अमापुर, जिला कासगंज के गांव सूरजपुर निवासी प्रमोद लोधी (37) पुत्र यादराम कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित प्रेजिशन प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मशीन ऑपरेटर की नौकरी करता था। वह लालकुआं के मंगल बाजार इलाके में किराए के मकान में रहता था। इसी कंपनी में आजमगढ़ निवासी संदीप मिश्रा भी मशीन ऑपरेटिंग की नौकरी करता है। वह प्रमोद के मकान से करीब 100 मीटर दूर किराए पर रहता है। मशीन खराब होने पर आरोप अक्सर संदीप पर आता था। इसी बात को लेकर संदीप और प्रमोद में अक्सर विवाद रहता था। करीब एक महीने पहले भी दोनों में विवाद हुआ था, जिसके बाद संदीप ने प्रमोद को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया था। रविवार को संदीप ने शराब पीने के बाद योजनाबद्ध तरीके से प्रमोद को अपने कमरे पर बुलाया। कहा कि रोज-रोज के विवाद को खत्म करते हैं। प्रमोद शराब नहीं पीता था, लेकिन संदीप के दबाव डालने पर उसने शराब पी ली। नशा होने पर प्रमोद कमरे में लेट गया, जिसके बाद संदीप ने चाकू से उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी। शव को कमरे में छोड़कर संदीप ने सिर करीब 500 मीटर दूर कूड़े के ढेर में छुपा दिया।
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद संदीप कमरे का ताला बंद करके आसपास ही घूमता रहा और वह सोमवार को कंपनी जाने के बजाए कमरे के आसपास घूमता रहा। वहीं, रविवार शाम से प्रमोद का फोन न उठने पर पत्नी मीरा सोमवार को गाजियाबाद पहुंची। पति को कमरे पर न पाकर उसने संदीप से पूछा तो वह सकपका गया। संदीप का व्यवहार देखकर मीरा को उस पर शक हो गया।
संदीप मीरा और अन्य परिजनों को अपने कमरे पर तो ले गया, लेकिन ताला नहीं खोला और उन्हें चकमा देकर वहां से चला गया। इसके बाद परिजनों ने खिड़की से झांककर देखा तो कमरे में फर्श पर प्रमोद का चादर ढका शव दिखा। कुछ देर बाद संदीप फिर से अपने कमरे पर आ गया। जिसके बाद परिजनों ने उसे दबोचकर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सिर के बारे में पूछा तो उसने कूड़े के ढेर से उसे बरामद करा दिया।
प्रमोद की हत्या करने के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए भी संदीप ने प्लान बना लिया था। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह मौका मिलते ही शव के टुकड़े-टुकड़े करके नामोनिशान मिटाने के लिए उसे ठिकाने लगा देता। एसपी सिटी का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है।