Modinagar भले ही शिक्षा विभाग के अफसरों को सात फरवरी से स्कूल खोलने के लिए शासन के आदेश का इंतजार हो, लेकिन मोदीनगर के निजी स्कूलों में सोमवार से ही स्कूल खोलने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को संक्रमण से बचने के लिए स्कूल में सैनिटाइजेशन और सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए दो गज की दूरी के साथ बैठाया जाएगा। हालांकि विद्यार्थी अभिभावकों की अनुमति के बाद ही स्कूल आ सकेंगे। शिक्षकों के अनुसार इस वक्त विद्यालय खुलने का ज्यादा लाभ दसवीं व बारहवीं के बोर्ड परीक्षार्थियों को होगा।
गोविन्दपुरी स्थित छाया पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर डाॅ0 अरूण त्यागी ने बताया कि उन्होंने सोमवार से स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है। फिलहाल नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ही कक्षाएं शुरू की है। सभी कक्षाओं में 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को ही पढ़ाया जाएगा। यानी स्कूल में प्रतिदिन कक्षा नौ से 12वीं के आधे बच्चे ही पढ़ाई के लिए आएंगे। इस तरह से सप्ताह में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को दो बार पढ़ाया जा सकेंगा। बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए यह जरूरी कदम है। सीबीएसई सत्र- दो की बोर्ड परीक्षा मार्च के अंतिम सप्ताह या फिर अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होने की उम्मीद है। वहीं कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों की अभी ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। विद्यालय की ओर से प्रयास किए जा रहे है कि जल्द ही 15 से 17 वर्ष के विद्यार्थियों को कोरोना का टीका लगवा दिया जाए, ताकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो। वहीं टीआरएम पब्लिक स्कूल की प्रधनाचार्या रजनी ओहरी और अन्य कई विद्यालयों की प्रधानाचार्य का कहना है कि प्रबंधन ने विद्यालय शुरू करने की तैयारी कर ली है। कक्षाएं शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही शुरू की जाएगी।
सरकारी विद्यालय में असमंजस बरकरार
निजी स्कूलों ने तो सोमवार से कक्षाएं शुरू करने की स्थिति स्पष्ट कर दी है, लेकिन सरकारी विद्यालयों में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उनका कहना है कि स्कूल चलाने के लिए अभी उन्हें उच्च अधिकारियों के आदेश नहीं मिले हैं। वहीं, उनकी चुनावी ड्यूटी चल रही है। वह दिनभर चुनाव ड्यूटी के लिए प्रशिक्षण कार्यों में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में सोमवार से स्कूल शुरू किए जाने पर कुछ नहीं कह सकते। यदि रविवार तक शासन के आदेश मिलते हैं तो विद्यालयों में पढ़ाई शुरू कराई जाएगी। कहा जा रहा है कि शत प्रतिशत कक्षाएं शुरू करने के लिए शासन की गाइडलाइन का इंतजार है। विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए स्कूलों में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। फिलहाल नौ से 12वीं तक के 50 फीसद विद्यार्थियों को पढ़ाने पर विचार किया गया है।