Modinagar चुनावी महासमर अब उतार की ओर है। जनवरी में चुनावी शंखनाद हुआ था, उसके बाद से पूरे प्रदेश में महासमर तैयार हो गया था। सभी दल चुनाव में उतर गए थे। मोदीनगर विधानसभा में प्रथम चरण में चुनाव था, इसलिए सबसे पहले यहां ही चुनावी सरगर्मियां तेज हुई थीं। यहां 10 फरवरी को मतदान हो गया। जिसके बाद से सभी की निगाहें 10 मार्च को मतगणना की ओर टिकीं हुई हैं।
अब प्रदेश में मात्र दो चरणों में तीन और सात मार्च को चुनाव होना है। इसलिए अब धीरे-धीरे मतगणना की ओर कदम बढ़ने लगे हैं। इससे सभी दलों ने एक बार फिर से गुणा-भाग तेज कर दिया है। मगर, अचूक रणनीति ही काम आएगी। जिन दलों ने तैयारी पहले से ठीक की है, उन्हें ही सफलता मिलेगी। वहीं, समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने में लगे हुए हैं। कोई भी दल अपने को कम नहीं आंक रहा है। मगर, 10 मार्च को निर्णय में सभी के दावे का पता चल जाएगा। इस बार विधानसभा चुनाव में रोमांचक मुकाबला रहा है।
भाजपा और गठबंधन में सीधे टक्कर मानी जा रही है। पूरे मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र में यह माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर है। इसलिए कोई भी दल पूरा पुख्ता होकर जीतने की बात नहीं कर रहा है। हालांकि, राजनीतिक स्टंट के चलते गठबंधन प्रत्याशी पं0 सुदेश शर्मा व भाजपा प्रत्याशी डाॅ0 मंजू शिवाच अपनी अपनी जीत का दावा पेश कर रहे है। मगर इनके दावे में कितना दम है, इसका फैसला जल्द हो जाएगा। मोदीनगर विधानसभा सीट पर बसपा ने भी अपनी प्रत्याशी डाॅ0 पूनम गर्ग व कांग्रेस ने भी नीरज प्रजापति को इस सीट उतारा हैं, लेकिन बेहतर प्रदर्शन ना किए जाने के कारण मामला ऊहापेाह में ही है। इन सबको देखते हुए चुनाव काफी रोचक रहा है। भाजपा जहां अपने गढ़ को और संगठन को मजबूत बता रही है, वहीं गठबंधन अपनी ताकत बढ़ने की बात कह रहा है।
ऐसे समय में सबसे अधिक चर्चा समर्थकों के बीच में होने लगी है। उन्होंने एक बार फिर बूथवार चर्चा शुरू कर दी है। बूथों पर कितने मत मिले, कौन कौन से बूथ उनके हैं, जो जीत का आधार बन सकें। प्रतिदिन शाम के समय प्रत्याशियों के कार्यालयों में चुनावी चर्चा शुरू हो जाती है, वहीं पर पार्टी के समर्थक अपने दावे पेश करते हैं। अब देखना होगा कि इन दावों में कितना दम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *