जिला प्रशासन द्वारा शीत लहरी तथा ठंड के मद्देनजर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जिले भर में शनिवार को 64 स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। जहां पूरे दिन अलाव जलवाए जा रहे हैं। 7 रेनबसेरों में अब तक करीब 125 लोग रात बिता चुके हैं। इन रेनबसेरो में अलाव के साथ-साथ गद्दा रजाई आदि की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा कराई गई है।
शनिवार को तीनों तहसीलों में संचालित रैन बसेरों का निरीक्षण अधिकारियों ने किया। बलरामपुर सदर तहसील के एसडीएम नागेंद्र नाथ यादव ने मेमोरियल चिकित्सालय के निकट स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां मौजूद केयर टेकर से रैन बसेरे में आने वाले सभी लोगों का ब्यौरा रजिस्टर में दर्ज करने की बात कही। केयरटेकर ने बताया कि पुरुष तथा महिलाओं को रात बिताने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। इसके बाद सदर एसडीएम में बस स्टेशन पर बनाए गए रैन बसेरे का निरीक्षण किया l अपनी मौजूदगी में एसडीएम ने करीब एक दर्जन लोगों को कंबल वितरण कराया।
इसी प्रकार तुलसीपुर में प्रभारी तहसीलदार केजी त्रिपाठी तथा उतरौला में तहसीलदार रोहित कुमार मौर्य ने रैन बसेरे व स्थलों का निरीक्षण किया। तहसीलदार रोहित कुमार मौर्य ने रैन बसेरे में सुविधाओ को बेहतर बनाने के भी निर्देश कर्मी को दिए। एडीएम अरुण कुमार शुक्ल ने बताया कि तीनों तहसीलों को पर्याप्त कंबल उपलब्ध करा दिए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर और भी कंबल मंगवाए जाएंगे। तहसीलों के माध्यम से कंबल वितरण में तेजी लाई गई है। शासन द्वारा निर्धारित वेबसाइट पर सभी लाभार्थियों का विवरण दर्ज किया जा रहा है। तहसील प्रशासन व नगर निकायों द्वारा अलाव की व्यवस्था की जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर अलाव की संख्या बढ़ाई जाएगी।
शासन के निर्देशानुसार सभी एसडीएम तथा सीओ अपने तहसील क्षेत्र में रात में भ्रमण करेंगे तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे अथवा असुरक्षित स्थान पर ना सोए। ऐसे लोगों को कंबल मुहैया कराने के साथ-साथ रैन बसेरों में स्थान दिया जाएगा।