मोदीनगर दिल्ली मेरठ मार्ग पर स्थित शकुंतला अस्पताल में व्यक्ति की मौत से गुस्साए स्वजन ने शुक्रवार सुबह जमकर हंगामा किया। चिकित्सक पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया। व्यक्ति को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मामले में कोई लिखित शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है। ना ही शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कोतवाली क्षेत्र की धर्मपुरी कालोनी के ब्रजेश कुमार की बृहस्पतिवार को तबीयत खराब हो गई थी। उनके पेट में तेज दर्द था। बृहस्पतिवार रात साढ़े आठ बजे उन्हें मोदीनगर के शकुंतला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रातभर उन्हें भर्ती रखने के बाद शुक्रवार सुबह मेरठ के लिए रेफर कर दिया। मेरठ के अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वजन के मुताबिक, मेरठ के चिकित्सकों ने उन्हें बताया कि ब्रिजेश की काफी समय पहले ही मौत हो चुकी है। इससे गुस्साए स्वजन शव को लेकर मोदीनगर के अस्पताल लेकर पहुंचे और हंगामा किया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची आैर लोगों को समझाकर शांत किया। चिकित्सकों ने पूरे उपचार के बारे में विस्तार से स्वजन को जानकारी दी। स्वजन ने आरोप लगाया कि उपचार के नाम पर केवल खानापूरी की गई। ब्रजेश की मौत काफी पहले हो चुकी थी, लेकिन स्वजन ने उनसे यह बात छिपाई। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय का कहना है कि कोई लिखित शिकायत अभी नहीं मिली है। स्वजन की सहमति पर शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा गया है।