मोदीनगर :गाजियाबाद में बुधवार को तहसील पर किसानों और अधिवक्ता ने हंगामा किया, यह विरोध तब शुरू हुआ जब शांतिभंग में किसानों को जेल भेज दिया गया। वेब सिटी में आंदोलन कर रहे किसानों को एसीपी कोर्ट मोदीनगर से जेल भेजने के गुस्साए वकीलों व किसानों ने बुधवार को मोदीनगर एसीपी अमित सक्सेना का घेराव किया। एसीपी मुर्दाबाद की जमकर नारेबाजी। आरोप लगाया कि किसानों का पुलिस उत्पीड़न कर रही है। तीन दिन से किसान जेल में बंद हैं। उनकी जमानत भी एसीपी मोदीनगर नहीं दे रहे हैं। करीब दो घंटे तक हंगामा चला। 100 से अधिक संख्या में किसान व वकील एकत्र रहे। वेब सिटी में किसान काफी समय से मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर थे। चार दिन पहले पुलिस ने धरना खत्म कर किसानों का शांतिभंग की धारा में चालान किया। वेब सिटी पुलिस किसानों को लेकर मोदीनगर एसीपी कोर्ट में पहुंची। जहां से किसानों को जेल भेज दिया गया। तब से वकील किसानों की जमानत कराने के लिए एसीपी कोर्ट में मशक्कत कर रहे हैं। आरोप है कि एसीपी दस्तावेज कम बताकर बार-बार जमानत के लिए मना कर देते हैं। इसी से नाराज वकीलों व किसानों का बुधवार को गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में किसान व वकील मोदीनगर तहसील में दोपहर एक बजे इकट्ठा हुए और प्रदर्शन करने लगे। एसीपी मोदीनगर कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि यदि किसानों को जमानत नहीं देनी है तो सभी को जेल भेज दो। इस तरह तानाशाही किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। वकीलों ने कहा कि पुलिस महज शांतिभंग की धारा में जेल भेजकर नियमों के विरूद्ध कार्य कर रही है। तीन दिन हो गए अब तक जमानत तक नहीं दी गई। एसीपी ने किसी तरह उन्हें समझाकर किया।