मोदीनगर
सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड के चुनाव प्रक्रिया के दौरान शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन हंगामा हुआ। शुक्रवार को प्रतिनिधियों (डेलीगेट) पद के उम्मीदवारों की लिस्ट निर्धारित समय पर जारी नहीं होने से किसानों में आक्रोश पैदा हो गया। आक्रामक किसानों ने नारेबाजी कर दी और समिति के पहले बंद दरवाजे पर रस्सी डाल कर धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाने का प्रयास किया,मगर वह लिस्ट जारी होने तक धरने पर बैठे रहने की जिद पर अड़े रहे। रात नौ बजे तक भी जब लिस्ट जारी नहीं हुई तो किसान मायूस होकर लौट गए। बृहस्पतिवार को भी नामांकन पत्र वितरण को लेकर मनमानी के आरोप लगा था।
नगर के तिबड़ा मार्ग स्थित सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड के कार्यालय पर गन्ना समिति के चुनाव प्रक्रिया चल रही है। बृहस्पतिवार को प्रतिनिधियों (डेलीगेट) पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। शुक्रवार को 3 से 5 बजे तक उम्मीदवारों की सूची जारी होनी थी। सूची देखने के लिए बड़ी संख्या में किसान समिति कार्यालय पहुंच गए। मगर जब पांच बजे तक भी उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं हुई तो किसानों में रोष पैदा हो गया। गुस्साए किसानों ने नारेबाजी शुरू कर दी। ज्यादा देरी होने पर किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। किसान योगेंद्र सिंह अमराला , विपिन चौधरी , बॉबी चौधरी, बिट्टू चौधरी, नवीन चौधरी , अमित त्यागी, मनवीर सिंह , राकेश त्यागी , आलम , दीपक त्यागी , अमित चौधरी , अमरदीप चौधरी, निखिल त्यागी आदि नारेबाजी करते हुए समिति के बाहर ही धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना के बाद एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। मगर किसानों ने एक नहीं सुनी। धरने पर बैठे किसानों ने आरोप लगाया कि चुनिंदा लोगों को चुनाव में लाभ देने के लिए नौ बजे तक भी उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की गई। नौ बजे तक प्रतीक्षा करने के बाद किसान मायूस होकर लौट गए। उन्होने चुनाव प्रक्रिया को न्यायालय में चुनौती देने की चेतावनी दी। चुनाव अधिकारी पीयूष राय ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच में समय लग रहा है। जांच के बाद सूची जारी कर दी जाएगी।