लॉकडाउन के बाद पिछले साल अप्रैल से बंद चल रहे है स्‍कूलों के परिसर एक बार फिर से बच्‍चों की हंसी, खेलकूद एवं पठन-पाठन की रौनक दिखाई देगी. माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के समस्त बोर्डों (कक्षा- 9, 10, 11, 12) के विद्यालयों को आगामी 9 फरवरी से पूर्ण रूप से संचालित किए जाने के निर्णय पर मुहर लगा दी है. प्रदेश सरकार द्वारा विचार करने के बाद ये निर्णय लिया गया है. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा  ने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं एवं सत्र को नियमित करने के दृष्टिगत माध्यमिक शिक्षा की कक्षाएं आगामी 9 फरवरी से पूर्ण रूप से संचालित की जाएंगी. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर विद्यालयों में अध्ययन एवं अध्यापन का कार्य भौतिक रूप से बाधित रहा है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कक्षाएं कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए संचालित की जाएंगी.खासकर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में एक मार्च से कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा. स्‍कूल व डिग्री कॉलेज के शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए मुख्‍यमंत्री ने नियमि‍त रूप से शिक्षण संस्‍थाएं खोलने के निर्देश दिए हैं. वहीं, पिछले 11 महीने से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्र अब कक्षा में गुरूजी से रूबरू होकर सवाल कर सकेंगे.

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के 1.5 लाख से अधिक प्राथमिक व उच्‍च प्राथमिक विद्यालयों में 1 करोड़ 83 लाख से अधिक बच्‍चे पढ़ते हैं. 11 महीने बाद एक मार्च को जब प्राथमिक विद्यालय के छात्र अपने स्‍कूल पहुंचेंगे तो उनको बहुत कुछ बदला हुआ नजर आएगा. मुख्‍यमंत्री के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के दौरान प्रदेश के हजारों स्‍कूलों का कायाकल्‍प किया जा चुका है.

बता दें इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद उत्‍तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने सूबे में कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों को 10 फरवरी से खोलने का ऐलान कर दिया है. इसके अलावा कक्षा एक से पांच तक के स्‍कूल 1 मार्च से खुलेंगे. कुछ दिन पहले सीएम ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्कूलों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई फिर शुरू कराने पर विचार करने को कहा था

इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों को 15 फरवरी से खोलने का प्रस्ताव अपर मुख्य सचिव बेसिक रेणुका कुमार और बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के अनुमोदन के बाद सीएम योगी की अंतिम मंजूरी के लिए भेज गया था. जबकि इसमें कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों को 1 मार्च से खोलने का भी प्रस्ताव था. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।

 

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