मोदीनगर। जनपद बुलंदशहर निवासी युवक हरिओम सिरोही ने पुलिस पर वाहन चेकिंग के नाम पर चौकी में बंधक बनाकर पिटाई करने का आरोप लगाया है। हरिओम सिरोही ने डीसीपी ग्रामीण से मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। बुलंदशहर के बीबीनगर के ढिकौली गांव के हरिओम की मां को कैंसर है। उनका दिल्ली से उपचार चल रहा है। हरिओम ने अपने दाेस्त प्रतीक से दिल्ली से मां की दवा मंगाई थी। प्रतीक दवा लेकर मोदीनगर आया था। हरिओम 28 जून की शाम को बाइक से मोदीनगर आए। प्रतीक छाया पब्लिक स्कूल के पास खड़ा था। हरिओम उनके पास जा रहे थे। इस बीच रास्ते में गोविंदपुरी में चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी ने उनकी बाइक रोकी और दस्तावेज मांगे। इसपर हरिओम ने ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया। बाइक का बीमा व प्रदूषण खत्म हो चुका था। आरोप है कि इसको लेकर पुलिसकर्मी अभद्रता करने लगे। विरोध किया तो प्रतीक व हरिओम को पुलिसकर्मी गोविंदपुरी चौकी लेकर गए। वहां उन्हें कमरे में बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा। आरोप है कि उनके हाथ बांध दिये और तलवों पर पट्टे से वार किये। दोनों को बुरी तरह पीटा। आरोप है कि करीब दो घंटे बाद उन्हें चौकी से छोड़ा गया। मामले में हरिओम की तरफ से बुधवार को डीसीपी ग्रामीण से शिकायत की गई है।
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि मामले में जांच कराई गई है। हरिओम की बाइक को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोका था। हरिओम शराब के नशे में था। मेडिकल में शराब की पुष्टि हुई है। इनकी बाइक में प्रेशर हार्न भी लगा था। बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं थी। वह बाइक मालिक के बारे में भी नहीं बता पाया। पुलिस द्वारा मारपीट का आरोप पूरी तरह गलत है। संबंधित धाराअों में चालान कर दोनों को उनके स्वजन को सुपुर्द किया गया था।