घटना 22 फरवरी की है, जब मुर्गाे की लड़ाई का खेल चल रहा था तो मुर्गे के पैरों में चाकू बंधा हुआ था। इसकी वजह से मुर्गा छटपटाने लगा। इस दौरान ही मुर्गे के पैर पर बंधा चाकू थानुगुला सतीश के जांघ पर लग गया, जिसकी वजह से वो गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत आनन फानन में नजदीकी अस्पातल में भर्ती कराया गया, लेकिन डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि, मुर्गा लड़ाई पर तेलंगाना में प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन इसके बाद भी येल्लम्मा मंदिर में मुर्गो की लड़ाई का खेल चलता है। हत्या की जांच में जुटी पुलिस हमला करने वाले मुर्गे को ही पकड़ कर गोल्लापल्ली पुलिस थाने ले आई है। मुर्गे की निगरानी के लिए पुलिस के कुछ कर्मचारियों को तैनात किया गया है, जो उसे दाना और पानी दे रहे है।
पुलिस ने मुर्गे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पुलिस इससे इंकार कर रही है। थाने के एसएचओ का कहना है कि, मुर्गे को जरूर कोर्ट में पेश किया जायेगा, लेकिन उसे गिरफ्तर नही किया गया है। अब जो भी कोर्ट का निर्देश होगा, उसका पालन किया जायेगा।