मोदीनगर : कोतवाली क्षेत्र के रेलवे रोड मार्ग पर स्तिथ बैंक आफ इंडिया में यूपीआई आइडी बंद कराने के बावजूद अधिवक्ता के खाते से कई किस्तों में 3.50 लाख रुपये निकल गए। गुस्साए अधिवक्ता ने बैंक में हंगामा किया। बैंककर्मियों की सांठगांठ से रकम डेबिट का आरोप लगाया। मामले में शाखा प्रबंधक व मोदीनगर थाने में शिकायत दी गई है। मामले में छानबीन की जा रही है। मोदीनगर की संजीवनी एस्टेट कालोनी के विनोद कुमार अधिवक्ता हैं। मोदीनगर तहसील में प्रेक्टिस करते हैं। उनका रेलवे रोड स्थित बैंक आफ इंडिया में खाता है। विनोद के मुताबिक, उनके मोबाइल पर 29 अक्टूबर को अज्ञात नंबर से ओटीपी आ रही थी। एक रूपया भी खाते से डेबिट हुआ था। उन्होंने अगले ही बैंक में शिकायती पत्र दिया और अपनी यूपीआई आईडी बंद कराई। साथ ही बैंक से मोबाइल नंबर को भी हटा दिया। आरोप है कि कुछ ही दिन बाद उनके खाते से 3.50 लाख रुपये डेबिट हो गए। रकम डेबिट होने का उनके माेबाइल पर कोई मैसेज नहीं आया। सोमवार को जब वे बैंक पहुंचें तो रकम डेबिट होने का पता चला। उन्होंने शाखा प्रबंधक से इस बारे में बताया। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसपर विनोद ने साथी अधिवक्ताओ को मौके पर बुला लिया। वहां बड़ी में अधिवक्ता पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। विनोद का कहना है कि जब उन्होंने यूपीआई आइडी बंद कराने के लिए शिकायती पत्र दे दिया, इसके बावजूद खाते से रकम डेबिट हो गई। ऐसे में बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। उनकी सांठगांठ से ही रकम निकली है। शाखा प्रबंधक ने उन्हें किसी तरह शांत किया। जांच कराने का आश्वासन दिया। बार एसोसिएशन मोदीनगर के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वकील बैंक पर ही धरना शुरू कर देंगे। इस मौके पर बार एसोसिएशन मोदीनगर के सचिव नकुल त्यागी, राहुल गुर्जर, सोनू गुर्जर आदि उपस्थित रहे। उधर, शाखा प्रंबधक रोशन कुमार का कहना है कि प्रकरण में जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एसीपी मोदीनगर का कहना है कि पुलिस टीम काे मामले में लगाया गया है। साक्ष्य मिलने पर आरोपियों पर सुनिश्चित कार्रवाई की जाएगी।

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