मोदीनगर : गाज़ियाबाद के पुलिस आयुक्त ने ‘वादी संवाद दिवस’ की नई पहल शुरू की है। हर बुधवार थाने पर वादी और पुलिस अधिकारियों के बीच संवाद होगा, जिसमें वादी को उनके मुकदमे की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी ग़ाज़ियाबाद जिले में शुरू हुई नई पहल के अंतर्गत बुधवार को भोजपुर, मोदीनगर व निवाड़ी थाने में वादी संवाद दिवस आयोजित किया गया। जिसमें एसीपी व एसएचओ ने वादी व विवेचक को मौके पर बुलाया। दोनों की बात सुनी और जल्द विवेचना निस्तारित करने के निर्देश दिए। इस दौरान वादी संतुष्ट दिखे। भोजपुर में 24, मोदीनगर में 10 व निवाड़ी में 12 मामलों पर हुई सुनवाई हुई। मोदीनगर में एसीपी अमित सक्सेना व एसएचओ नरेश कुमार ने सुनवाई की। इस दौरान रोरी से महिला आई। उन्होंने कहा कि पति एमसीडी में नौकरी करते थे। उनका शव तीन महीने पहले गोविंदपुरी में मिला। बैग में सुसाईड नोट था।जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया। लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसपर विवेचक ने कहा कि लिखाई मिलान के लिए सुसाईड नोट फारेंसिक लैब भेजा गया है। अभी शव की बिसरा रिपोर्ट भी नहीं आई है। दोनों रिपोर्ट आने पर ही आगे की कार्रवाई होगी। उधर, भोजपुर में एसएचओ सचिन बालियान ने लोगों सुनवाई की। गांव का युवक आया और मारपीट के मुकदमे में गिरफ्तारी नहीं होने का आरोप लगाया। इसपर एसएचओ ने विवेचक को बुलाया। विवेचक ने बताया कि चार आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एक आरोपित ने कोर्ट से जमानत कराई हुई है। उधर, निवाड़ी में एसएचओ जयपाल सिंह रावत ने सुनवाई की। इस दौरान डाकघर में तैनात महिला अधिकारी ने मुकदमे में कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया। इसपर तत्काल विवेचक द्वारा महिला के बयान दर्ज कराए गए। घटनास्थल का मौका मुआयना किया गया। साथ ही आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की गई। एसीपी ने बताया कि किसी सूरत में वादी पक्ष को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। प्रत्येक बुधवार को थानों में वादी संवाद दिवस होगा।