-पुलिस व पदाधिकारियों के बीच हुई कहासुनी, पुलिस के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी
मोदीनगर नोएडा प्रकरण में किसानों की मांग पूरी करने को लेकर भारतीय किसान यूनियन इंडिया के पदाधिकारी सोमवार को गाजियाबाद कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने के लिए रवाना हुए। लेकिन पुलिस ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रवेस पर भोजपुर में टाेल के पास ही रोक लिया। उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इसको लेकर पदाधिकारियों व पुलिस के लिए कहासुनी भी हुई। पदाधिकारी आगे जाने की जिद पर अड़े रहे। जबकि पुलिस उन्हें रोके रही। पदाधिकारियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक गहमागहमी चलती रही। अंत में पदाधिकारियों ने उपराष्ट्रपति को संबंधित ज्ञापन भोजपुर एसएचओ को सौंपा। भाकियू इंडिया के बड़ी संख्या में पदाधिकारी सोमवार को भोजपुर में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल के पास इकट्ठा हो गए। एलआईयू इनपुट के चलते पुलिस पहले ही वहां मुस्तैद थी। पदाधिकारी इकट्ठा होकर गाजियाबाद कलेक्ट्रेट की तरफ रवाना हाेने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पदाधिकारियों ने इसे तानाशाही बताया। लेकिन पुलिस अड़ी रही। पदाधिकारियों को आगे नहीं जाने दिया। वहां बैरिकेडिंग लगा दी। केवल अन्य वाहनों को जाने के लिए रास्ता छोड़ दिया। इससे पदाधिकारी गुस्सा हो गए। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। साउंड सिस्टम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस के साथ कहासुनी भी हुई। पदाधिकारियों ने धरने पर भी बैठने की चेतावनी दी। लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। काफी मान-मनौव्वल के बाद पदाधिकारियों ने ज्ञापन पुलिस को ही सौंप दिया। इस मौके पर दीपक राणा, प्रदीप नेहरा, माेहित बैंसला, सतीश, सोनू, मोहित, अक्षय, जावेद, शहजाद, योगेश, वसीम, सुहैल, फिरोज, जाहिद, फरमान, कपिल आदि उपस्थित रहे।