मोदीनगर थाना क्षेत्र में आप को बताते चलें कि देर रात एक बाईक सवार अपनी बाईक से होटल पर खाना खाके,अपने घर की और जा रहा था,रास्ते में वह बाईक रोक कर टायलेट के लिए सड़क किनारे रूका,वहीं चौकी गोविंदपुरी के चौकी इंचार्ज अनिल कुमार अपने स्टाफ के साथ पहुंचे और युवक से पूछताछ करने लगे।
उसके बाद युवक की बाईक को लेकर चौकी गोविंदपुरी आ गए। जिसके बाद रात के ही समय, युवक की बाईक नो पेपर दिखाकर सीज कर दी, जिसमें की युवक के पास डीएल व बाईक के अन्य पेपर मौजूद थे। लेकिन फिर भी दरोगा जी ने अपनी वर्दी का रोब दिखाते हुए,गाड़ी सीज की,और युवक को रात में पैदल ही अपने घर जाना पड़ा।
इस तरह से की गई कार्रवाई से, क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है, लोगों का यह तक कहना है कि, हो सकता है, दरोगा जी को उनके मनमाने पैसे नहीं मिले होगें युवक की जेब में, जिस कारण दरोगा जी ने झुंझलाहट में, बाईक नो पेपर दिखाकर सीज कर दी गई।अब सवाल उठता है कि ऐसी कौन सा चैकिंग अभियान चल रहा था जो रात के दो बजे गाड़ी सीज कर दी। कारण जो भी रहा हो लेकिन जब पेपर मौके पर मौजूद थे तो, आखिर किस कारण दरोगा जी ने गाड़ी सीज की, यह तो दरोगा जी का दिल ही जानता है।
वैसे यह कोई पहला मामला नहीं है दरोगा जी का, इस से पहले भी, अपनी मनमानी व वर्दी का रोब, काफी लोगों को दिखा चुके है, एक बार दुकान पर समान खरीद रहे, युवक के साथ मारपीट कर दी गई थी, जिस में युवक के हाथ में चोट आई थी,और बहुत कुछ गुल खिला चुके हैं दरोगा जी।जो लोगों व अधिकारियों की नजरों से दूर है।